शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से तबाही का दौर जारी है। सोमवार देर रात कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में बादल फटने और भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू की लग वैली और सरवरी नदी क्षेत्र में देखने को मिला।
कुल्लू में तबाही
कुल्लू की लग वैली में रात करीब 1 बजे बादल फटने से तीन दुकानें बह गईं। इसका मलबा और पानी जब कुल्लू बाजार पहुंचा तो सरवरी नदी उफान पर आ गई और भूतनाथ मंदिर के पास सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। बस स्टैंड को जोड़ने वाली सड़क में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। वहीं, कणोंन में बादल फटने से एक पुल बह गया और हनुमान बाग को जोड़ने वाला पैदल पुल भी टूटने की कगार पर है। प्रभावित गांवों के लोग पूरी रात जागकर अपनी सुरक्षा में जुटे रहे।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए DC तोरुल एस रवीश ने कुल्लू और बंजार सब-डिवीजन के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित कर दी है।

मंडी और शिमला में भी नुकसान
मंडी जिले की चौहारघाटी में दो मत्स्य फॉर्म भारी बारिश की चपेट में आकर बह गए। पधर उपमंडल में भी सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
शिमला में रामचंद्र चौक के पास रात में हुए लैंडस्लाइड से तीन सरकारी आवास प्रभावित हुए। प्रशासन ने इनमें रह रहे 20 से अधिक लोगों को सुरक्षित दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिन तक बारिश से राहत के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने आज सात जिलों — ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में यलो अलर्ट जारी किया है। कल (20 अगस्त) कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर में अलर्ट रहेगा। 21 और 22 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में भारी बारिश की संभावना है।
सामान्य से ज्यादा बारिश
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 17% ज्यादा बारिश हो चुकी है। 20 जून से 18 अगस्त तक जहां औसतन 527.6 मिलीमीटर बारिश होती है, वहीं इस बार अब तक 618.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
👉 प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सतर्क रहने की अपील की है।