शिमला रिज मैदान सोमवार को “वीरभद्र सिंह अमर रहें” के नारों से गूंज उठा, जब कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिमाचल के छह बार के मुख्यमंत्री और आधुनिक हिमाचल के निर्माता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर आपदा राहत को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि हिमाचल की तकलीफों के प्रति केंद्र ने अब तक संवेदनशीलता नहीं दिखाई। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला : (HD News); हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री और आधुनिक हिमाचल के निर्माता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का सोमवार को ऐतिहासिक शिमला रिज मैदान पर कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अनावरण किया। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर प्रतिमा के सामने लगा पर्दा हटाया। जैसे ही पर्दा हटा, पूरा रिज मैदान “वीरभद्र सिंह अमर रहें” के नारों से गूंज उठा।

इस अवसर पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट और दीपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
प्रियंका गांधी का केंद्र पर साधा निशाना
अपने संबोधन में प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भारी बारिश और आपदाओं से तबाही मची, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से अब तक कोई ठोस सहायता नहीं मिली। उन्होंने कहा, “प्रदेश में लोगों के घर, खेत, और पाठशालाएं बह गईं, मगर केंद्र से मदद का कोई ठोस संकेत नहीं आया।”

प्रियंका ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी की राजनीति सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित है। यह गलत ढंग की राजनीति है। हमें महात्मा गांधी और वीरभद्र सिंह जैसे नेताओं के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए।”
“देश को चाहिए सेवा-भाव से काम करने वाले नेता”
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देश को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो पीआर और इवेंट राजनीति से ऊपर उठकर जनता के लिए ईमानदारी से काम करें। उन्होंने कहा, “आज राहुल गांधी निडर होकर सच बोलते हैं क्योंकि वे उसी विचारधारा पर चलते हैं जो वीरभद्र सिंह और महात्मा गांधी ने देश को दिखाई थी। दुर्भाग्य से, केंद्र की सत्ता में बैठे लोग ऐसी राजनीति नहीं निभा रहे।”

उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने जो राह हिमाचल की जनता को दिखाई, वह सच्चे नेतृत्व की मिसाल है। “उन्होंने सेवा, सादगी और समर्पण से राजनीति की परिभाषा तय की। आज के समय में ऐसे नेता बहुत कम रह गए हैं जिनकी नीयत जनता और राष्ट्र की भलाई के लिए हो।”
सोनिया गांधी की भावनात्मक मौजूदगी
सोनिया गांधी ने कार्यक्रम में कोई भाषण नहीं दिया, लेकिन उनकी मौजूदगी अपने आप में एक भावनात्मक क्षण रही। करीब छह-सात साल बाद उन्होंने किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उनकी मौजूदगी ने कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह भर दिया। प्रतिमा के सामने उन्होंने पुष्प अर्पित कर वीरभद्र सिंह को नमन किया।

रिज मैदान पर उमड़ा जनसैलाब
कार्यक्रम में हिमाचल के कोने-कोने से सैकड़ों लोग पारंपरिक परिधान पहनकर, ढोल-नगाड़ों और नाटी की धुनों पर नाचते हुए पहुंचे। पूरा रिज मैदान भीड़ से खचाखच भरा रहा। बैठने की जगह को लेकर हल्की-फुल्की नोकझोंक जरूर हुई, लेकिन वातावरण पूरी तरह उत्साह और श्रद्धा से भरा था।
“जय वीरभद्र, जय हिमाचल” के नारों से गूंजा शिमला
कार्यक्रम के अंत में सोनिया गांधी द्वारा प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के साथ ही पूरा रिज मैदान “जय वीरभद्र, जय हिमाचल” और “वीरभद्र सिंह अमर रहें” के नारों से गूंज उठा। यह क्षण हिमाचल की राजनीतिक विरासत, जनभावनाओं और श्रद्धा का एक अद्भुत संगम बन गया।
