शिमला की गलियां करवा चौथ की रौनक से दमक उठीं हैं। मौसम की ठंडक और हल्की बरसात भी सुहागिन महिलाओं के उत्साह को कम नहीं कर पाई। चूड़ियों, सोलह शृंगार की वस्तुएं और पूजा सामग्री की दुकानों पर उमड़ी भीड़ इस पर्व की महत्ता और आस्था को बखूबी दर्शा रही है। लोअर बाजार से लेकर मॉल रोड तक हर तरफ खरीदारी की चहल-पहल और उत्साह का माहौल है, जो शिमला की सुंदर वादियों में इस त्योहार को और भी यादगार बना रहा है। पढ़ें विस्तार से -
शिमला (HD News): हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला इन दिनों करवा चौथ की रौनक से सराबोर है। मौसम की ठंडक और हल्की बौछारों के बीच भी सुहागिन महिलाओं का उत्साह देखने लायक है। लोअर बाजार, लक्कड़ बाजार, संजौली से लेकर मॉल रोड तक हर तरफ महिलाओं की चहल-पहल और खरीदारी का जोश चरम पर है। चूड़ियों, मेंहदी, सोलह शृंगार के सामान, डिजाइनर थालियों और पूजा सामग्री की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों के चेहरों पर भी रौनक है, क्योंकि हर कोई इस पावन पर्व को यादगार बनाने में जुटा है।

महिलाओं ने बताया कि यह पर्व पति की दीर्घायु और दांपत्य जीवन की खुशियों के लिए रखा जाता है। करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद का दीदार कर व्रत खोलती हैं। सुबह सरगी के रूप में मिलने वाले पकवान और मिठाइयां इस पर्व का विशेष हिस्सा हैं। पारंपरिक आस्था के साथ आधुनिक अंदाज़ का संगम इस बार शिमला के बाजारों में साफ दिखाई दे रहा है।

इस अवसर पर सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों और ब्यूटी पार्लरों में भी महिलाओं की खूब भीड़ देखी जा रही है। हर कोई करवा चौथ की पूजा के लिए स्वयं को पारंपरिक परिधान और श्रृंगार में सजाने-संवारने में लगा है। लाल, गुलाबी और सुनहरे रंगों के जोड़े तथा डिजाइनर साड़ियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

इधर, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) ने भी इस खास मौके पर विवाहित जोड़ों के लिए एक विशेष पहल की है। निगम ने 9 और 10 अक्तूबर को अपने सभी होटलों में शादीशुदा जोड़ों के लिए 10 प्रतिशत की विशेष छूट की घोषणा की है। इतना ही नहीं, करवा चौथ मनाने आने वाले अतिथियों के लिए सरगी थाली और पूजा सामग्री भी निगम की ओर से निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। निगम प्रबंधन ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पर्व की खुशियों में सहभागी बनना और पर्यटकों को हिमाचल के आतिथ्य का विशेष अनुभव कराना है।

करवा चौथ के अवसर पर शिमला की शामें रोशनी और रंगों से सजी हैं। शहर की गलियों में पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाएं, हाथों में मेंहदी और थाल लिए जब पूजा स्थलों की ओर जाती हैं, तो पूरा माहौल भक्ति और प्रेम की भावनाओं से सराबोर हो उठता है। यह त्योहार न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि वैवाहिक रिश्तों में समर्पण, स्नेह और एकजुटता का सुंदर संदेश भी देता है।

करवा चौथ सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम, विश्वास और समर्पण की भावना को मजबूत करने वाला पर्व है। शिमला के बाजारों में सजीवता और हिमाचल पर्यटन विकास निगम की पहल से यह पर्व पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए और भी खास बन गया है। यहां की गलियों में सज-धज कर खरीदारी करती महिलाएं, रंग-बिरंगे परिधान और आकर्षक पूजा थालियाँ इस त्योहार को एक अद्भुत अनुभव बनाती हैं।
