सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बड़ा ऑनलाइन निवेश ठगी का मामला सामने आया है। फेसबुक पर “कम समय में भारी मुनाफा कमाने” का झांसा देकर शिमला के लक्कड़ बाजार निवासी सतपाल रत्तन से करीब 38 लाख रुपए ठग लिए गए। सतपाल ने तुरंत सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई, और पुलिस ने 418(4) धारा के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
शिमला: सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बड़ा ऑनलाइन निवेश ठगी का मामला सामने आया है। फेसबुक पर “कम समय में भारी मुनाफा कमाने” का झांसा देकर शिमला के लक्कड़ बाजार निवासी सतपाल रत्तन से करीब 38 लाख रुपए ठग लिए गए।
सतपाल रत्तन ने पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले उन्होंने फेसबुक पर एक निवेश संबंधी विज्ञापन देखा। विज्ञापन में निवेश करने पर कम समय में बड़ा लाभ मिलने का दावा किया गया था। आकर्षक ऑफर के लालच में आकर उन्होंने विज्ञापन में बताए गए निर्देशों का पालन करते हुए अलग-अलग ट्रांजैक्शन के माध्यम से कुल 38, 13, 539 रुपए बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए।

जब निवेश अवधि पूरी हुई और उन्होंने अपनी मूल राशि व मुनाफे के लिए संबंधित लोगों से संपर्क किया, तो कोई जवाब नहीं मिला। शक होने पर सतपाल ने खुद जांच की, तब पता चला कि जिस कंपनी या प्लेटफॉर्म पर उन्होंने पैसा लगाया था, वह पूरी तरह फर्जी था और केवल लोगों को ठगने के उद्देश्य से बनाया गया था।
ठगी का पता चलते ही सतपाल ने सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 418(4) के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और साइबर सेल की मदद से आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास जारी है।

पुलिस ने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील की है। उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाले किसी भी निवेश ऑफर या “लाभकारी योजना” के झांसे में न आएँ। किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म पर पैसा लगाने से पहले उसकी वास्तविकता और प्रामाणिकता की जाँच करना बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म लोगों को लालच देकर जल्दी पैसा जमा करने को कहते हैं, लेकिन वास्तविकता में उनका उद्देश्य सिर्फ धोखाधड़ी करना होता है। ऐसे मामलों में समय पर पुलिस शिकायत दर्ज कराना और अपने बैंक स्टेटमेंट तथा लेन-देन की पूरी जानकारी रखना बेहद महत्वपूर्ण है।
यह मामला डिजिटल दुनिया में बढ़ती ठगी की गंभीरता को उजागर करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी निवेश से पहले विश्वसनीयता, कानूनी दस्तावेज और प्रमाणिकता की जाँच करना अनिवार्य है। समय रहते सतपाल रत्तन ने शिकायत दर्ज कराई, जिससे जांच शुरू हो गई है और भविष्य में ऐसे धोखाधड़ी के प्रयासों से बचने के लिए यह चेतावनी सभी के लिए महत्वपूर्ण है।