"राजधानी शिमला की शान और सैलानियों के सुकून का केंद्र कहे जाने वाला ऐतिहासिक रिज मैदान इन दिनों अपनी खूबसूरती के लिए नहीं, बल्कि टैक्सी चालकों की शर्मनाक 'दादागिरी' के लिए चर्चा में है। जो रिज कभी शांति और गरिमा का प्रतीक था, वह अब अराजकता और सरेआम गाली-गलौज का गवाह बन रहा है। शनिवार सुबह एक बार फिर यहां मर्यादा की धज्जियां उड़ीं, जब सवारियों को लेकर टैक्सी चालक आपस में ही भिड़ गए। खुलेआम दी जा रही गंदी गालियों और हाथापाई के इस दृश्य ने न केवल स्थानीय लोगों को शर्मसार किया, बल्कि दूर-दराज से आए पर्यटकों के मन में शिमला की छवि को भी धूमिल कर दिया। HD News आज सवाल उठा रहा है कि आखिर पर्यटन की इस अंतरराष्ट्रीय पहचान पर दाग लगाने वाले इन तत्वों को किसका संरक्षण प्राप्त है? वीडियो वायरल होने के बाद अब जनता पूछ रही है - प्रशासन की सख्ती केवल फाइलों तक ही सीमित क्यों है?"
शिमला: राजधानी शिमला का हृदय कहे जाने वाला ऐतिहासिक रिज मैदान इन दिनों सुकून और पर्यटन का केंद्र नहीं, बल्कि अराजकता और अव्यवस्था का गवाह बनता जा रहा है। यहां पर्यटकों को टैक्सी सुविधा उपलब्ध करवाने वाले कुछ टैक्सी चालक आए दिन सवारियों को लेकर आपस में भिड़ते नजर आ रहे हैं। स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि खुलेआम गाली-गलौच, अभद्र भाषा और हाथापाई जैसे दृश्य अब आम हो चुके हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टैक्सी चालकों के बीच होने वाले इन झगड़ों के दौरान न तो स्थान की मर्यादा का ध्यान रखा जाता है और न ही वहां मौजूद बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की संवेदनशीलता का। इससे न केवल स्थानीय लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि पहली बार शिमला आए पर्यटकों पर भी बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
आज सुबह फिर दोहराया गया शर्मनाक दृश्य
बुधवार सुबह भी रिज मैदान पर टैक्सी चालकों के बीच सवारियों को लेकर जमकर विवाद हुआ। गंदी गालियों और आपसी झगड़े का यह दृश्य वहीं मौजूद एक टैक्सी चालक ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड किया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो के माध्यम से संबंधित चालक ने पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार से ऐसे तत्वों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, जो रोज़ाना पर्यटकों को परेशान कर राजधानी की छवि को धूमिल कर रहे हैं।

पर्यटकों को गुमराह करने के आरोप
स्थानीय लोगों और पर्यटकों का आरोप है कि कुछ टैक्सी चालक न केवल यात्रियों को गुमराह करते हैं, बल्कि आपसी प्रतिस्पर्धा में मर्यादा भूलकर सार्वजनिक स्थलों पर अशोभनीय व्यवहार करते हैं। यह स्थिति शिमला जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के लिए बेहद चिंताजनक है।प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
जनता का कहना है कि यदि समय रहते इन पर लगाम नहीं लगाई गई, तो यह अराजकता शिमला के पर्यटन उद्योग को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। रिज मैदान जैसे संवेदनशील और प्रतिष्ठित क्षेत्र में टैक्सी संचालन के लिए स्पष्ट नियम, सख्त निगरानी और दोषियों पर कठोर कार्रवाई अब समय की मांग बन चुकी है।
अब देखना यह होगा कि वायरल वीडियो और जनता की आवाज़ के बाद पुलिस प्रशासन और सरकार इस गंभीर समस्या पर कब और कितना प्रभावी कदम उठाती है।
