शिमला की साक्षी कोमर ने साबित कर दिया कि लगन और मेहनत से कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है। भारतीय वायु सेना में फाइटर कंट्रोलर बनने वाली साक्षी ने पूरे देश में 15वां रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रौशन किया है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि हिमाचल प्रदेश के लिए भी गर्व का विषय है। उनकी कड़ी मेहनत, अनुशासन और देश सेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का प्रतीक बना दिया है। पढ़ें विस्तार से ..
शिमला : (HD News); शिमला की साक्षी कोमर वायु सेना में फाइटर कंट्रोलर बनकर गर्व का विषय बनी हैं। प्रशांत और प्रीति कोमर की बेटी साक्षी ने SSB परीक्षा में पूरे देश में 15वां रैंक हासिल किया है। इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। साक्षी की मेहनत और लगन से मिली यह सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वे भारतीय वायु सेना में फाइटर कंट्रोलर के पद पर चयनित होकर अपनी काबिलियत का परिचय दे चुकी हैं। यह उनकी व्यक्तिगत लगन, परिवार के सहयोग और देश सेवा के प्रति समर्पण का प्रमाण है। शिमला की इस होनहार बेटी ने कठिन परिश्रम से यह मुकाम पाया है और आने वाले समय में वे वायु सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

साक्षी कोमर शिमला के प्रसिद्ध व्यवसायी प्रशांत कोमर और प्रीति कोमर की बेटी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला के ताराहॉल स्कूल से प्राप्त की, जहां उनकी प्रतिभा और अनुशासन ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। साक्षी ने भारतीय वायु सेना में फाइटर कंट्रोलर के पद पर चयन पाने के लिए SSB और AFCAT की परीक्षाओं में ऑल इंडिया 15वीं रैंक हासिल की है, जो उनकी मेहनत और प्रतिभा का परिचायक है। वर्तमान में वे भारतीय वायु सेना के लखनऊ बेस में सेवाएं दे रही हैं।
उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनका परिवार बल्कि हिमाचल प्रदेश भी गौरवान्वित महसूस कर रहा है। साक्षी का यह सफर युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है कि यदि लगन और मेहनत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। उनके माता-पिता और शिक्षकों ने भी इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और साक्षी ने हमेशा देश की सेवा करने का सपना देखा है, जिसे वह अब पूरा कर रही हैं।

इस प्रकार, साक्षी कोमर ने कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ भारतीय वायु सेना में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है और आने वाले समय में वे देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देना जारी रखेंगी।
साक्षी कोमर की सफलता यह संदेश देती है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत लगातार जारी रहे, तो कोई भी मुकाम असंभव नहीं। भारतीय वायु सेना में फाइटर कंट्रोलर के रूप में उनकी यह उपलब्धि हिमाचल के युवाओं के लिए मिसाल है। साक्षी ने न केवल अपने सपनों को साकार किया बल्कि देश सेवा में योगदान देने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी रखा है। उनका यह सफर यह साबित करता है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प से कोई भी चुनौती पार की जा सकती है।