हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में रविवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। कुमारसैन क्षेत्र में एक ट्रैवलर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई, जिससे 29 लोग घायल हो गए। इनमें से 16 यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस ने राहत कार्य चलाते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रैवलर तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुई। पढ़ें पूरी खबर
शिमला : (HD News); शिमला जिले के कुमारसैन इलाके में शनिवार रात एक बड़ा सड़क हादसा पेश आया। देर रात करीब 1:50 बजे एक ट्रैवलर के पलट जाने से 29 लोग घायल हो गए, जिनमें से 16 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को पहले कुमारसैन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से गंभीर रूप से जख्मी लोगों को IGMC शिमला रेफर किया गया है।
ऐसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, यह हादसा शिमला–रामपुर नेशनल हाइवे पर डोगरा मंडी के पास हुआ। दुर्घटनाग्रस्त ट्रैवलर (नंबर HP01AA0330) रिकांगपिओ से रुपिडिया (नेपाल बॉर्डर) की ओर जा रही थी। गाड़ी में लगभग 31 यात्री सवार थे, जिन्होंने प्रति व्यक्ति 2500 रुपये देकर यह यात्रा बुक की थी।

चालक की लापरवाही बनी हादसे का कारण
ट्रैवलर को राज कुमार (36) नाम का चालक चला रहा था, जो मूल रूप से नेपाल के जिला बांके का रहने वाला है और इस समय ननखड़ी उपमंडल के जवाल्डा गांव में रह रहा था। बताया जा रहा है कि चालक तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहा था और डोगरा मंडी के तीखे मोड़ पर उसने नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन सड़क किनारे पलट गया।
पुलिस और स्थानीय लोगों ने चलाया राहत अभियान
हादसे के तुरंत बाद कुमारसैन पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों ने राहत कार्य शुरू किया। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर रूप से घायल 16 लोगों को शिमला IGMC रेफर किया।

मामला दर्ज, जांच जारी
पुलिस ने चालक राज कुमार के खिलाफ धारा 281 और 125(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि दुर्घटना तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण हुई। हादसे के बाद पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।
स्थानीय प्रशासन की अपील
इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन ने अपील की है कि ड्राइवर और वाहन मालिक लंबी यात्राओं के दौरान गति सीमा का पालन करें। पहाड़ी सड़कों पर तेज रफ्तार न केवल यात्रियों की बल्कि चालक की जान के लिए भी खतरा बन सकती है।
कुमारसैन का यह हादसा फिर एक बार चेतावनी देता है कि पहाड़ी रास्तों पर लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। सतर्कता और सावधानी ही सड़क सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है।
डिस्क्लेमर: इस समाचार में दी गई जानकारी स्थानीय प्रशासन और पुलिस के प्रारंभिक बयान एवं घटनास्थल की सोशल मीडिया मर वायरल पोस्ट से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित है। जांच पूरी होने के बाद तथ्यों में बदलाव संभव है। हमारा उद्देश्य केवल सत्यापित और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना है।