हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बयानबाज़ी का दौर एक बार फिर तेज़ हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी प्रदेश में कई गुटों में बंटी हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र और जनभावनाओं को प्रभावित करने की कोशिश की, जबकि कांग्रेस सरकार जनता की भलाई और विकास के कामों पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है। वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस सरकार जनता को भ्रमित करने के लिए ऐसे बयान दे रही है। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज प्रदेश में पाँच गुटों में बंटी हुई है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “भाजपा को पाँच शब्द हमेशा याद रखने चाहिए - अनुराग गुट, नड्डा गुट, जयराम गुट, बिका हुआ गुट और धवाला गुट।” मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि वे इन गुटों से “मिलते तक नहीं”, क्योंकि भाजपा ने न सिर्फ हिमाचल की राजनीति, बल्कि लोकतंत्र को भी खरीदने की कोशिश की है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि भाजपा ने सत्ता पाने के लिए जनभावनाओं को खरीदने का प्रयास किया, लेकिन हिमाचल की जनता ने उन्हें करारा जवाब दिया।
उन्होंने कहा, “मैं दिल से हिमाचल की जनता और प्रदेश के देवी-देवताओं का धन्यवाद करता हूँ, जिनके आशीर्वाद से हमारी सरकार को जनता का पुनः विश्वास मिला और हम फिर चालीस पर पहुंचे।”

सीएम सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे अहम क्षेत्रों में तेजी से सुधार कर रही है। “हम एजुकेशन सेक्टर में नई दिशा दे रहे हैं, हेल्थ सेक्टर में सुधार कर रहे हैं, और टूरिज्म को वैश्विक स्तर पर मजबूत बना रहे हैं, ” उन्होंने आगे कहा कि - भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की जन-संपदा को बेचा गया था, जिसे अब उनकी सरकार वापस ला रही है। “हमने यह वचन लिया है कि जो प्रदेश की संपत्ति बेची गई है, उसकी पूरी जानकारी जनता तक पहुंचाई जाएगी और उसे प्रदेश के हित में वापिस लाया जाएगा, ” सुक्खू ने दृढ़ स्वर में कहा।

हिमाचल प्रदेश की राजनीति इस समय नए आरोप-प्रत्यारोप के दौर से गुजर रही है। मुख्यमंत्री सुक्खू के इस बयान ने राज्य में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। एक ओर कांग्रेस सरकार अपनी विकास योजनाओं और जनकल्याण नीतियों को मजबूती से सामने रख रही है, वहीं भाजपा इसे राजनीतिक ध्यान भटकाने की रणनीति बता रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इन बयानों को कैसे लेती है और प्रदेश की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है।