अर्की, शहनाज़ (हिमदर्शन न्यूज़); सरकारी खजाने को भरने वाले राजस्व विभाग के कार्यालयों की जीर्ण शीर्ण हालत देख कर लगता है कि राजस्व विभाग अपने कर्मचारियों व लोगो के रेवेन्यू सम्बन्धित कागजातों, नक्शो आदि की सुरक्षा के लिए कितना गम्भीर है। पूर्व में भी बखालग स्थित पटवार खाने की बुरी दशा के बारे में आवाज उठाई गई थी। उसी कड़ी में पटवार खाने डुमेहर की दशा के बारे में देखा गया कि इस पटवार खाने की दशा बखालग पटवार खाने से भी बदतर है। लगभग 30 वर्ष पूर्व वर्ष 1990 के दौरान निर्मित इस रिहायशी पटवार खाने को पटवार खाना कहने के बजाए उसका खण्डहर कहना उचित रहेगा।
30 वर्ष पूर्व बने इस पटवार खाने के हालात यह है कि पूरे भवन में दीवारो व लेंटर में दरारे पड़ी है। खिड़कियों के शीशे एवम जालियाँ टूटी है जहाँ से बारिश का पानी अंदर आता है। पानी तथा असामाजिक तत्व भी सरकारी रिकार्ड को बर्बाद कर सकता है। लेकिन इतने वर्षों में किसी भी विभागीय अधिकारी ने इस भवन की सुध नही ली जिसके चलते लगभग माह पूर्व डुमेहर के डोलंग नामक जगह पर एक स्थानीय व्यकित से निजी भवन में एक कमरा किराये पर लिया गया है। ताकि रेवेन्यू रिकार्ड सुरक्षित रह सके।
यदि स्थानीय सूत्रों की माने तो कई बार पंचायत प्रतिनिधियों ने पटवार खाने के पुनः निर्माण के लिए सरकार से माँग की परन्तु आज तक हालात जस के तस है। जिसके चलते पटवारी को किसी निजी भवन में एक कमरा किराये पर लेकर काम चलाना पड़ रहा है।
जब इस बारे में कृष्ण ठाकुर पटवारी डुमहर से बात की गई तो उनका कहना है कि भवन निर्माण हेतु बारह लाख रुपये की राशि मंजूर हुई है व विभाग द्वारा टेंडर किये गए है।
इस बारे उपमंडलअधिकारी नागरिक अर्की विकास शुक्ला से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस पटवार खाने को गिराने के आदेश तो आ गए हैं । बजट के लिये सरकार को लिख कर भेज दिया गया है। जैसे ही बजट आएगा इसका कार्य शुरू करवा दिया जाएगा