कालका-शिमला फोरलेन में कैथलीघाट से आगे बनने वाले फोरलेन का रास्ता करीब नौ साल बाद साफ हो गया है। तीन चरण में बनने वाले इस फोरलेन में कैथलीघाट-ढली (मशोबरा जंक्शन) हिस्से के पैकेज-दो के तहत शकराला से ढली तक के निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति (वर्किंग परमिशन) मिल गई है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को फोरलेन बनाने की मंजूरी दी है।
अब एनएचएआई ने फोरलेन में आने वाले पेड़ों को हटाने के लिए निशानदेही का कार्य शुरू कर दिया है। इससे पहले एनएचएआई ने पर्यावरण क्षतिपूर्ति की भरपाई (सीए स्कीम) के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को 21.88 करोड़ रुपये जमा करवाए थे।
सके बाद पैकेज-दो के निर्माण के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिली थी। अब मंत्रालय से फोरलेन निर्माण कार्य करने की मंजूरी भी मिल गई है। एनएचएआई के मुताबिक शकराला से ढली तक के फोरलेन में आने वाले करीब 5 से 6 हजार पेड़ों को हटाया जाएगा। मौजूदा समय में पेड़ों की निशानदेही के बाद वन निगम पेड़ों को हटाएगा।
गौरतलब है कि कैथलीघाट से शकराल तक पैकेज-एक का कार्य चला है। दूसरे पैकेज में शकराल से ढली जंक्शन तक निर्माण कार्य होना है। उधर, परियोजना अधिकारी आनंद दहिया ने बताया कि कैथलीघाट-ढली फोरलेन के पैकेज-दो के निर्माण कार्य के लिए मंत्रालय से वर्किंग परमिशन की मंजूरी मिल गई है। इसी महीने निर्माण कंपनी को फोरलेन बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्य दिया जाएगा।
कालका से शिमला तक तीन चरणों में हो रहा काम
कालका से शिमला तक इस प्रोजेक्ट का कार्य तीन चरणों में हो रहा है। पहला चरण कालका-पिंजौर, दूसरा चरण पिंजौर से कैथलीघाट है। अब तीसरे चरण में कैथलीघाट से ढली (मशोबरा जंक्शन) तक निर्माण युद्ध स्तर पर शुरू होगा। फोरलेन का निर्माण होने के बाद शिमला से चंडीगढ़ पहुंचना काफी आसान हो जाएगा।
3914.77 करोड़ की लागत से बनेगा 28.45 किमी फोरलेन
एनएचएआई ने कैथलीघाट से ढली-मशोबरा जंक्शन तक के दो पैकेज में 30.96 हेक्टेयर भूमि पर फोरलेन निर्माण होगा। पहले पैकेज कैथलीघाट से शकराला गांव तक फोरलेन की लंबाई 17.465 किमी है। इसमें लगभग 1844.77 करोड़ रूपये की लागत से 20 पुल, दो टनल, 1 अंडरपास, 53 कलवर्ट, 1 प्रमुख जंक्शन, 2 अल्प जंक्शन, 1 टोल प्लाजा बनाने का कार्य चला है। दूसरे पैकेज में शकराला गांव से ढली-मशोबरा जंक्शन तक के 10.985 किमी लंबे फोरलेन पर 2070 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 7 पुल, 3 टनल, 29 कलवर्ट, 3 प्रमुख जंक्शन और एक अल्प जंक्शन बनेगा। 10.6 किमी में पुलों, टनलों और फ्लाई ओवर का निर्माण होगा।