आज फाल्गुनी पूर्णिमा के दिन खग्रास चंद्र ग्रहण है। जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चंद्र ग्रहण लगता है और अबकी बार चन्द्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा। अतः यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा। भारत में नजर आएगा या नहीं, कैसे देख सकते हैं, आज इतने बजे से शुरू हो जाएगा चंद्र ग्रहण, जान लीजिए इस दौरान क्या सावधानियां बरतें, पढ़े पूरी खबर..
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई । हमारी कामना है कि ये पावन पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि एवं आनंद का एक नया उजाला लाए।
शिमला: (HD News); साल 2024 का पहला चंद्रग्रहण का पहला चंद्रग्रहण 25 मार्च को लगने जा रहा है। इसी दिन भारत में होली मनाई जाएगी। 100 साल बाद ऐसा हो रहा है जब होली और चंद्रग्रहण एक साथ पड़ रहे हैं। चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है जो पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा में एक सीध मे होने पर होती है। साल 2024 में दो चंद्रग्रहण होने वाले हैं, जिनमें एक 25 मार्च को हो रहा है जबकि दूसरा 18 सितम्बर को होगा। आइए जानते हैं 25 मार्च को होने वाले चंद्रग्रहण के बारे में और ये जानते हैं कि इसे भारत में कैसे देखा जा सकता है।
किस समय होगा चंद्रग्रहण?
चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही लगता है, क्योंकि इसी दिन सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में होते हैं। होली भी फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। ऐसे में चंद्रग्रहण पड़ने से होली पर दुर्लभ संयोग बन गया है। भारत के मानक समय के मुताबिक, चंद्रग्रहण सुबह 10.24 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर बाद 3.01 मिनट पर समाप्त होगा। इस दौरान 12.43 मिनट पर यह अपने चरम पर होगा। जबकि इसका सूतक आज बीती रात 1 बजकर 23 मिनट से ही शुरू हो गया था। जानकारी के लिए बता दें कि चंद्र ग्रहण का सूतक, ग्रहण प्रारंभ होने के 9 घंटे पहले लग जाता है। ग्रहण के सूतक के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
क्या भारत में दिखाई देगा चंद्रग्रहण?
जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आती है तो उसकी छाया की चंद्रमा पर पड़ती है। इसकी वजह से चंद्रमा कभी पूर्ण तो कभी आंशिक रूप से नहीं दिखाई देगा। इस महत्वपूर्ण खगोलीय घटना को चंद्रग्रहण कहते हैं। 25 मार्च को लगने वाला चंद्रग्रहण पूर्ण और आंशिक न होकर एक उपछाया चंद्रग्रहण होगा। उपछाया ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया के हल्के हिस्से से होकर गुजरता है। अब सवाल उठता है कि क्या ये भारत में दिखाई देगा। चूंकि, ये चंद्रग्रहण दिन के समय दिखाई देगा और उस समय चंद्रमा क्षितिज के नीचे दिखाई देगा, इसलिए चंद्रग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा।
भारत में देखने के लिए क्या करें
वैज्ञानिकों के अनुसार, साल के पहले चंद्रग्रहण को अमेरिका, जापाना, नीदरलैंड, फ्रांस, स्पेन, इंग्लैंड, दक्षिण नार्वे, इटली पुर्तगाल, रूस, जर्मनी, आयरलैंड और बेल्जियम के हिस्सों से देखा जा सकेगा। ऐसे में अगर भारत में बैठकर चंद्रग्रहण को देखना चाहते हैं तो इसके लिए ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं। जिन देशों में चंद्रग्रहण दिखाई देगा, वहां के लाइवस्ट्रीम या ब्रॉडकास्ट को सर्च करके उसके जरिए चंद्रग्रहण देखा जा सकता है।
ग्रहण के दौरान क्या न करें
1. ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें। 2. किसी मांगलिक कार्य का संकल्प न लें। 3. ग्रहण के दौरान कोई भी धार्मिक अनुष्ठान न करें।
ग्रहण के दौरान क्या करें
1. ग्रहण के दौरान भगवान का ध्यान करें। 2. खाने के सामान में तुलसी दल रख दें। 3. ग्रहण के दिन शुद्ध जल से स्नान करना चाहिए और साथ ही इस दिन गरीबों को भी दान करना चाहिए।
होली पर चंद्रग्रहण का प्रभाव है या नहीं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण का असर जरूर पड़ता है। चाहे, ग्रहण दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न लग रहा हो उसका देश दुनिया पर गहरा प्रभाव ही पड़ता है। चंद्रग्रहण जहां पड़ रहा है वहां अगले 45 दिनों तक दिक्कतें रहेंगी क्योंकि भारत में यह चंद्रग्रहण दृश्यमान नहीं हैं तो इसका मतलब है कि चंद्रग्रहण का भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लोग यहां होली खेल सकते हैं।
चंद्रग्रहण पर करें राशिनुसार उपाय
- मेष लग्न वाले हनुमानष्टक का पाठ करें.. 2. वृषभ लग्न वालों को सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करना है. 3. मिथुन लग्न वालों को गणेश रक्षा स्त्रोत का पाठ करना है. 4. कर्क वालों को शिवतांडो स्त्रोत का पाठ करना है. 5. सिंह वाले आदित्यहृदय स्त्रोत का पाठ करें. 6. कन्या वाले दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करें. 7. तुला वाले 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. 8. वृश्चिक वाले दान पुण्य का कार्य करें. 9. धनु वाले श्रीसूक्तम का 11 बार पाठ करें. 10. मकर वाले हनुमान चालीसा या हनुमान बाण का पाठ करें. 11. कुंभ वाले विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. 12. मीन वाले सुंदरकांड का पाठ करें.
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