सोलन: गर्मी बढ़ने के साथ अब प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। प्रदेश के कई स्थानों की आबोहवा खराब हो गई है। इसमें सबसे अधिक हवा खराब औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की है। यहां की आबोहवा सबसे खराब चल रही है। यहां का एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडैक्स 135 पहुंच गया है, जो कि मॉड्रेट श्रेणी में आता है। इसके साथ ही पांवटा साहिब की हवा भी मॉड्रेट श्रेणी में बनी हुई है। यहां एक्यूआई 104 चल रहा है। राजधानी शिमला की बात करें तो यहां आबोहवा संतोषजक है। शिमला का एक्यूआई 51 है, जबकि ऊना में 85, डमटाल में 78, बरोटीवाला में 93, सुंदरनगर में 54 व नालागढ़ में एक्यूआई 68 है, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है। सबसे साफ हवा धर्मशाला, मनाली व परवाणू की है। धर्मशाला का एक्यूआई 38, मनाली का 41 और परवाणू का एक्यूआई 31 चल रहा है।
क्या होता है एक्यूआई, कैसे करता काम
एयर क्वालिटी इंडैक्स (एक्यूआई) वायु गुणवत्ता सूचकांक दरअसल एक नंबर होता है, जिसके माध्यम से हवा की गुणवत्ता का पता लगाया जाता है। इसके माध्यम से भविष्य में होने वाले प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है। हर देश का एयर क्वालिटी इंडैक्स वहां मिलने वाले प्रदूषण कारकों के आधार पर अलग-अलग होता है। भारत में एक्यूआई को मिनिस्ट्री ऑफ एन्वायरनमैंट, फोरैस्ट और क्लाइमेट चेंज ने एक संख्या, एक रंग व एक विवरण के आधार पर लांच किया गया है।
ये होते हैं एक्यूआई के मानक
एक्यूआई को इसकी रीडिंग के आधार पर 6 कैटेगरी में बांटा गया है। 0-50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51- 100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बेहद खराब और 401-500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है। खराब, बेहद खराब व गंभीर श्रेणी श्वास रोगियों, हृदय रोगियों, बच्चों व बुजुर्गों के लिए खतरनाक मानी जाती है।