सोलन पुलिस ने 37 किलो चरस मामले के मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अंडरग्राउंड चल रहा था। आरोपी अर्की क्षेत्र में किराये के मकान में रहकर किराने की दुकान चला रहा था। पढ़ें विस्तार से..
सोलन: (HD News); सोलन पुलिस द्वारा कुल्लू जिले में पकड़ी गई 37 किलो चरस के मामले में एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी दिल्ली से की गई है। यह व्यक्ति इस तस्कर गिरोह का मुख्य सरगना बताया जा रहा है और इस मामले में पहले से गिरफ्तार झाबे राम का भाई है।
एसपी गौरव सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले सोलन पुलिस की टीम ने सुबाथू-धर्मपुर रोड पर आरोपी हरजीत सिंह को 1 किलो से ज्यादा चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था और इसकी बैकवर्ड लिंकेज की जांच के दौरान आनी क्षेत्र से करीब 36 किलो हाई क्वालिटी चरस बरामद की गई थी और इस मामले में सप्लायर आरोपी झाबे राम को गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए इस नैटवर्क को चलाने वाले आरोपियों की गहन जांच-पड़ताल की गई और उनके खिलाफ सबूतों को एनालाइज किया गया, जिसमें इस नैटवर्क को हैंडल करने वाला मास्टरमाइंड आरोपी जिसने डील सैटल करने के लिए आरोपी हरजीत को चरस के सैंपल के साथ भेजा था और उसके पकड़े जाते ही फरार हो गया था और तभी से अंडरग्राऊंड चल रहा था।
एसपी ने बताया कि इस आरोपी के ठिकानों पर सोलन पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही थी और पुलिस को आरोपी मिंटू उर्फ बिट्टू निवासी जिला कुल्लू को पुलिस टीम द्वारा दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी झाबे राम का सगा भाई है।
आरोपी अर्की में किराए पर रहता है और परचून की दुकान चलाता है। जांच में पता चला है कि यह पिछले 15 वर्षों से बड़े स्तर पर नशा तस्करी में संलिप्त है, जिसके खिलाफ 2012 में भी 3 किलो चरस की तस्करी के लिए मुकद्दमा दर्ज है।
इसके अलावा इसके खिलाफ वर्ष 2021 में हरियाणा के जिला झज्झर के थाना बेरी में 2.5 किलो चरस की तस्करी का मुकद्दमा दर्ज है, जिसमें यह 28 महीने जेल में रहकर जमानत पर बाहर है और इस मुकद्दमे का ट्रायल चल रहा है। एसपी गौरव सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ दर्ज अन्य मुकद्दमों का ब्यौरा भी लिया जा रहा है।
आरोपी का यह गिरोह कुल्लू जिला के आनी क्षेत्र से बड़े स्तर पर चरस तस्करी कर रहा था जो सोलन जिला को ट्रांजिट करते हुए हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई, गोवा आदि जगहों पर भेजी जाती है। इस मुकद्दमे में गिरफ्तार तीनों आरोपियों के खिलाफ पहले ही आपराधिक मामले दर्ज हैं।