शिमला: हिमाचल में सत्ता में होते हुए भी लोकसभा चुनाव (Himachal Lok Sabha Chunav 2024) में कांग्रेस की करारी हार पर आलाकमान पूरी तरह गंभीर नजर आ रहा है. पार्टी की हार के कारण जानने जल्द ही कांग्रेस हाईकमान की टीम हिमाचल (Himachal Pradesh Congress) आएगी. पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने 19 जून को फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित की थी.
कमेटी का सदस्य पार्टी के वरिष्ठ नेता पीएएल पुनिया और हिमाचल की प्रभारी रह चुकी रजनी पाटिल को बनाया गया है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों सदस्य तीन उप चुनावों के बाद यानी 13 जुलाई के बाद हिमाचल आएंगे.

जानकारी के अनुसार दोनों सदस्यों ने पार्टी के कुछ नेताओं से हार के कारणों पर चर्चा कर फीडबैक भी लिया है. फैक्ट फाइंडिंग कमेटी शिमला, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा संसदीय क्षेत्रों में पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर हार के कारणों की जानकारी हासिल करेगी. साथ ही चुनाव प्रभारियों, पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं से भी फीडबैक लिया जाएगा. सभी से फीडबैक लेकर रिपोर्ट तैयार कर आलाकमान को सौंपी जाएगी. पार्टी आलाकमान रिपोर्ट के आधार पर संगठन में फेरबदल पर फैसला करेगा.

कांग्रेस प्रदेश में सत्ता में होते हुए भी लोकसभा की चारों सीट बुरी तरह हारी है. मंडी से चुनावी मैदान में उतरे कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह 74 हजार 755 मतों से हारे, कांगड़ा सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री नेता आनंद शर्मा 2 लाख 51 हजार 895 के बड़े अंतर से चुनाव हारे, शिमला संसदीय सीट से कसौली से विधायक विनोद सुल्तानपुरी को प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन ये भी 91 हजार 451 वोट से हारे, जबकि इसी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस सरकार में 5 कैबिनेट मंत्री हैं, तीन सीपीएस हैं और विधानसभा उपाध्यक्ष हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में कांग्रेस बुरी तरह चुनाव हारी. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी सत्तपाल रायजादा 1 लाख 82 हजार 357 मतों से चुनाव हारे.
इतना ही नहीं, खुद सीएम सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन से भाजपा को बढ़त मिली. सुक्खू मंत्रीमंडल की बात करें तो डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ही अपने अपने विधानसभा हल्कों में पार्टी को लीड दिला पाए. गौरतलब है कि बीते 2014 से कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई है.
