शिमला: (HD News); नवरात्रि में मां के हर मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है। मगर ढली में स्थित दक्षिणेश्वरी काली मंदिर में भक्तों की विशेष आस्था है। मान्यता यह है कि इस मंदिर में मांगी गई हर मुराद मां काली पूरा करतीं हैं। इस लिए प्रति वर्ष श्रद्धालु नवरात्रि के प्रथम तिथि से दक्षिणेश्वरी काली महा रथ यात्रा का शुभारंभ करतें है। इस दौरान दक्षिण भारत के सभी धार्मिक स्थानों पर दर्शनों हेतु यात्रा प्रस्तावित रहती है।
शिमला से दक्षिणेश्वरी महाकाली की महा रथ यात्रा आज से हर वर्ष की भांति शुरू हो गई है। शिमला ढली मन्दिर से माँ दक्षिणेश्वरी महाकाली की महा रथ यात्रा संजौली, रिज और माल रोड़ से होते हुई कालीबाड़ी मन्दिर पहुंची, जहां सभी श्रद्धालुओं ने महाकाली के दरबार मे दक्षिणेश्वरी महाकाली के रथ सहित कालीबाड़ी मन्दिर में शीश नवाया और रथ यात्रा को आगे बढ़ाया।
ढली मंदिर के प्रधान विनोद शांडिल ने बताया कि दक्षिणेश्वरी महाकाली की महा रथ यात्रा का शुभारंभ हर वर्ष प्रथम शारदीय नवरात्र से होता है। उन्होंने कहा कि शिमला ढली मंदिर शिमला से केरला, कर्नाटका, बैंगलोर, गोकर्णा, श्रीसैलम और आंध्र प्रदेश आदि के दार्शनिक स्थानों के लिए दक्षिणेश्वरी महाकाली की रथ यात्रा शुभारंभ हो गया है। यह यात्रा 13 दिन में पूर्ण होगी। इस महारथ यात्रा में 301 श्रद्धालू भाग ले रहे है।