शिमला: (HD News); देशभर में महिलाओं के साथ बढ़ते शारीरिक शोषण के मामले चिंताजनक है। घर के अंदर और बाहर भी महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण की शिकायतें लगातार आती रही हैं। यहां तक सरकारी कार्यालयों में भी महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण के मामले बढ़ रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
ताजा मामले में राजधानी शिमला में महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ छेड़खानी का मामला सामना आया है। शिमला के जुन्गा में एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस में दी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया है कि विभाग के एक कर्मचारी ने उसके साथ अभद्र और अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया है।
महिला कांस्टेबल पुलिस गुमटी में गयी तो आरोपी ने उसके अंदर जबरन घुसने की कोशिश की। महिला आरक्षी ने सारा वाक्या अपने मोबाइल में भी रिकार्ड किया है और पुलिस कर्मी द्वारा कहे गए अश्लील शब्दों की आवाज कैद कर ली है।
महिला आरक्षी की शिकायत पर ढली पुलिस थाने ने यौन उत्पीड़न, महिला का पीछा करने, महिला की मर्यादा को ठेस पहुंचाने आदि विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना राजधानी में चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग तरह-तरह के सवाल उठाने लगे हैं।
पुलिस विभाग में ही कार्यरत है आरोपी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता भारतीय रिजर्व वाहिनी बस्सी हाल में कार्यरत पहली वाहनी जुन्गा में तैनात है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब वह क्वार्टर गार्ड के तौर पर ड्यूटी पर तैनात थी तो इस दौरान राजीव नाम के युवक ने उसके साथ अश्लील और अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
आरोपी पुलिस विभाग में ही कार्यरत है। ड्यूटी के दौरान आरोपी ने जबरन गुमटी के अंदर भी घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने पीड़ित महिला आरक्षी की शिकायत पर आरोपी कर्मचारी के खिलाफ भारतीय न्याय सहिंता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी हैं। एसपी शिमला संजीव गांधी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले में जांच की जा रही है। आरोपी पुलिस कर्मी पर विभागीय जांच और निलंबन की गाज गिरना तय माना जा रहा है लेकिन पुलिस इस मामले के अन्य पहलुओं की गंभीरता से जांच में जुट गई है।
अब बड़ा सवाल उठता है कि जिनके ऊपर कानून और महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी है। वहीं इस तरह से महिलाओं के साथ करेंगे तो न्याय कहां पर मिलेगा। हालांकि इस मामले में महिला पुलिस की शिकायत पर केस दर्ज कर अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं। अब देखने वाली बात यह है कि क्या ? आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या फिर पुलिस विभाग से मामला जुड़ा होने के नाते मामले को रफादफा कर दिया जाएगा।