हिमाचल में शिक्षा में सुधार के लिए सरकार ने सरकारी स्कूलों को गोद लेने का अभियान शुरू किया हुआ है। मेधावी बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें अपने खर्चे पर भ्रमण और छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए अधिकारियों के साथ ही स्थानीय जागरूक लोगों द्वारा भी गोद लिया जा सकेगा। मकसद सिर्फ एक है कि शिक्षा के स्तर में सुधार हो और मेधावी बच्चों में प्रतिस्पर्धा बढ़े। इसी कड़ी में अपना स्कूल द हिमाचल स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत हिमाचल उच्च न्यायालय के अधिवक्ता वीरेंद्र ठाकुर ने भी अपने बचपन के स्कूल "घड़याच" को गोद लिया, पढ़ें पूरी खबर..
सोलन/अर्की : हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में अक्तूबर से सरकारी स्कूलों को गोद लेने का अभियान चला हुआ है। सरकार ने प्रदेश के स्कूलों और समाज के बीच बेहतर समन्वय और सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने के लिए अपना स्कूल द हिमाचल स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम चलाया है। इसके तहत प्रदेश भर में सरकारी स्कूलों को गोद लेने के कार्यक्रम चले हुए है। इस अभियान के तहत प्रदेशवासियों को राजकीय पाठशालाओं को गोद लेने का अवसर प्रदान किया गया है ताकि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में आप अपना योगदान दे सकें।
इस कड़ी में स्कूल एडॉप्शन कार्यक्रम के तहत प्रदेश उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे स्थानीय गांव घड़याच के जाने माने अधिवक्ता वीरेंद्र ठाकुर ने घड़याच स्कूल को गोद लिया है। इनके साथ ही सरकार की ओर से नायब तहसीलदार धर्म प्रकाश शर्मा ने भी इस विद्यालय को गोद लेने का निर्णय लिया। इस सराहनीय कदम के लिए स्कूल प्रबंधन समिति तथा समस्त ग्रामीणों ने इनका दिल की गहराइयों से आभार प्रकट किया है
वीरेंद्र ठाकुर ने अपनी माता की स्मृति में विद्यालय के लिए एक छात्रवृत्ति योजना भी शुरू की। इस योजना के तहत प्लस टू कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र को 10, 000 रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को 7, 500 रुपये, और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 5, 000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
अधिवक्ता वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि मुझे अपने बचपन के स्कूल GSSS घड़याच को गोद लेने पर बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने घड़याच स्कूल के प्रिंसिपल, स्टाफ, एसएमसी सदस्यों और छात्रों का भी धन्यवाद किया।
अधिवक्ता वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि मुझे अपने बचपन के स्कूल GSSS घड़याच को गोद लेने पर बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने घड़याच स्कूल के प्रिंसिपल, स्टाफ, एसएमसी सदस्यों और छात्रों का भी धन्यवाद किया।