पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. भारत सरकार ने अपने आज के पूरे कार्यक्रम को रद्द कर दिए है. बता दें, गुरुवार को मनमोहन सिंह जी की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स के आपातकाल विभाग में भर्ती कराया गया. डॉ मनमोहन सिंह 2004 से लेकर 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. इससे पहले वह भारत के वित्त मंत्री और वित्त सचिव भी रह चुके हैं. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. भारत सरकार ने शुक्रवार के निर्धारित सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. 7 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. पढ़ें विस्तार से.
नई दिल्ली: पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार की रात दिल्ली के AIIMS हॉस्पिटल में निधन हो गया. मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र सरकार ने शुक्रवार के सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. सरकार ने 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक होगी. डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
पूर्व पीएम को गुरुवार की शाम बेहोश होने के बाद AIIMS में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया. वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे. इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था.
कांग्रेस ने भी रद्द किए कार्यक्रम
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस ने भी अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के सम्मान में स्थापना दिवस समारोह सहित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी आधिकारिक कार्यक्रम अगले सात दिनों के लिए रद्द कर दिए गए हैं. इसमें सभी आंदोलनकारी और आउटरीच कार्यक्रम शामिल हैं. पार्टी के कार्यक्रम 3 जनवरी, 2025 को फिर से शुरू होंगे. शोक की इस अवधि के दौरान पार्टी का झंडा आधा झुका रहेगा.
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया. उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा कि भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है. साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने. उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी. संसद में उनके हस्तक्षेप भी बहुत ही व्यावहारिक थे, हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए.
पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंहजी और मैं उस समय नियमित रूप से बातचीत करते थे जब वे प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था. हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते थे, उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा देखने को मिलती थी. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं.
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया..
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा है, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह उन राजनेताओं में से थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में समान रूप से सहजता से काम किया. उन्होंने सार्वजनिक कार्यालयों में अपनी विभिन्न भूमिकाओं में भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनकी राष्ट्र के प्रति सेवा, उनका बेदाग राजनीतिक जीवन और उनकी अत्यधिक विनम्रता के लिए वह हमेशा याद किए जाएंगे. हम सभी के लिए उनका निधन एक बड़ी क्षति है. भारत के महानतम सपूतों में से एक को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के लिए संवेदना व्यक्त करती हूं."
राहुल गांधी ने जताया शोक
कांग्रेस नेता ने राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'मनमोहन सिंह जी ने असीम बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया. उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने देश को प्रेरित किया. मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया है. हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे.'
उपराष्ट्रपति ने जताया दुख
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री और भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदलने वाले प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. पद्म विभूषण से सम्मानित और 1991 में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार, उन्होंने साहसपूर्वक हमारे देश को एक महत्वपूर्ण बदलाव के माध्यम से आगे बढ़ाया, जिससे विकास और समृद्धि के नए रास्ते खुले."