चेन्नई के अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में आयोजित ‘पासिंग आउट परेड (पीओपी)’ के बाद शनिवार को महिलाओं सहित 100 से अधिक अधिकारी कैडेट को भारतीय सेना में शामिल किया गया। सैन्य प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि ओटीए के ‘परमेश्वरन ड्रिल स्क्वायर’ में शानदार सैन्य परेड के साथ ‘शॉर्ट सर्विस कमीशन’ और समकक्ष पाठ्यक्रमों के अधिकारियों का ‘पासिंग आउट’ समारोह आयोजित किया गया। बयान में कहा गया, ‘‘कुल 133 अधिकारी कैडेट और 24 अधिकारी कैडेट (महिलाओं) को भारतीय सेना की विभिन्न शाखाओं और सेवाओं में शामिल किया गया। इसके अलावा पांच मित्र देशों के पांच विदेशी अधिकारी कैडेट और सात विदेशी अधिकारी कैडेट (महिलाओं) ने अपना प्रशिक्षण पूरा किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार सौहार्द और सहयोग के बंधन को बढ़ावा मिलेगा। हिमाचल प्रदेश की एक और बेटी ने अपनी मेहनत और कामयाबी से प्रदेश का नाम रोशन किया है। सोलन जिला के अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत बसंतपुर की बेटी भारतीय सेना में अधिकारी बनी हैं। पढ़ें विस्तार से..
सोलन: (HD News); अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत बसंतपुर के कहडोग गांव की प्रगति ठाकुर ने भारतीय सेना में अधिकारी बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) चेन्नई से पास आउट होकर 332 आर्टिलरी रेजिमेंट में अपनी पोस्टिंग प्राप्त की है। प्रगति ठाकुर ने पूरे बैच में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया। वह अकादमी अंडर ऑफिसर (AUO) भी रहीं, जो कैडेट्स के लिए सबसे वरिष्ठ पद होता है। इससे पहले वह एनसीसी कैडेट भी रह चुकी हैं।

अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत बसंतपुर के कहडोग गांव की प्रगति ठाकुर ने भारतीय सेना में अधिकारी बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
8 मार्च 2025 को चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में भव्य पासिंग आउट परेड आयोजित हुई, जिसमें 133 पुरुष और 24 महिला कैडेट्स भारतीय सेना में विभिन्न शाखाओं में शामिल हुए। इस दौरान प्रगति ठाकुर को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन पी. मैथ्यू ने परेड की समीक्षा की और नए अधिकारियों को 'राष्ट्र की निस्वार्थ सेवा' का संकल्प दिलाया। उन्होंने कैडेट्स को उत्कृष्टता की राह पर चलते रहने के लिए प्रेरित किया।

प्रगति ठाकुर के सेना में अधिकारी बनने और गोल्ड मेडल हासिल करने की खबर से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके पिता बालक राम भारतीय सेना से ऑनरेरी कैप्टन के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता मीना ठाकुर गृहिणी हैं। प्रगति ने केंद्रीय विद्यालय जतोग से 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की और संजौली कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने एसएसबी परीक्षा उत्तीर्ण कर यह गौरवशाली उपलब्धि हासिल की।

प्रगति ठाकुर की इस उपलब्धि ने हिमाचल प्रदेश के युवाओं, विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया है। उनके परिश्रम और समर्पण से यह साबित हुआ कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। प्रगति बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं और अपने माता-पिता, शिक्षकों, अपने चाचा भुवनेश्वर तथा ताया हीरासिंह ठाकुर को अपनी सफलता का श्रेय देती हैं, जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया है। प्रगति ठाकुर की इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
