कांगड़ा: जिले के शक्तिपीठों में चैत्र नवरात्र से पहले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। रविवार को शक्तिपीठों में 16 हजार के करीब श्रद्धालुओं ने माथा टेका है। इस दौरान मंदिरों में बाहरी राज्यों के सबसे अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ोतरी होने से दुकानदारों के कारोबार में भी बढ़ोतरी हुई है।
30 मार्च से चैत्र नवरात्र शुरू होने वाले हैं लेकिन इससे पहले ही कांगड़ा के मंदिरों में श्रद्धालुओं का लगातार आना शुरू हो गया है। श्री नंदिकेश्वर धाम चामुंडा मंदिर में रविवार को छुट्टी के दिन 4, 500, ज्वालाजी में 9, 000 और श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में लगभग 2, 500 श्रद्धालु नतमस्तक हुए।

रविवार को शक्तिपीठों में सुबह के ही भक्तों की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गईं थीं। माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर इन दिनों पीले वस्त्र धारी श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है। इन दिनों होला अष्टक मेलों को लेकर माता श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

मंदिर अधिकारी कांगड़ा नीलम कुमारी ने बताया कि होली से पूर्व होला अष्टक मेलों को लेकर मंदिर में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली इत्यादि जगह से श्रद्धालु आ रहे हैं। कुल देवी होने के नाते भी माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में श्रद्धालु शीश नवा रहे हैं। चैत्र नवरात्र से पहले होला अष्टक का भारी महत्त्व होता है।
