आज का पंचांग
राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 20, शक संवत 1947 के अनुसार, 10 जून 2025 को वट सावित्री व्रत और श्री सत्यनारायण व्रत किया जाएगा। इस दिन राहुकाल अपराह्न 3 बजे से 4:30 बजे तक रहेगा, और हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ होगा। सूर्य उत्तरायण में रहेगा और ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव रहेगा।
राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 20, शक संवत 1947, ज्येष्ठ, शुक्ल, त्रतुर्दशी, मंगलवार, विक्रम संवत् 2082। सौर ज्येष्ठ मास प्रविष्टे 28, जिल्हिजा 13, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 10 जून सन् 2025 ई॰। सूर्य उत्तरायण, उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतुः। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक। चतुर्दशी तिथि पूर्वाह्न 11 बजकर 36 मिनट तक उपरांत पूर्णिमा तिथि का आरंभ।
अनुराधा नक्षत्र सायं 06 बजकर 02 मिनट तक उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र का आरंभ। सिद्ध योग अपराह्न 01 बजकर 45 मिनट तक उपरांत साध्य योग का आरंभ। वणिज करण पूर्वाह्न 11 बजकर 36 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार वट सावित्री व्रत (पूर्णिमा पक्ष), श्री सत्यनारायण व्रत।
सूर्योदय का समय 10 जून 2025 : सुबह में 5 बजकर 22 मिनट तक।
सूर्यास्त का समय 10 जून 2025 : शाम में 7 बज6कर 18 मिनट पर ।
आज का शुभ मुहूर्त 10 जून 2025 :
ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 2 मिनट से 4 बजकर 42 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 40 मिनट से 3 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्य रात्रि रात में 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 41 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम में 7 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 38 मिनट तक। रवि योग सुबह में 5 बजकर 23 मिनट से 6 बजकर 2 मिनट पर।
आज का अशुभ मुहूर्त 10 जून 2025 :
दोपहर में 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक राहुकाल रहेगा। दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। अमृत काल का समय सुबह में 10 बजकर 36 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक। दुर्मुहूर्त काल सुबह में 8 बजकर 10 मिनट से 9 बजकर 6 मिनट तक।
आज का उपाय : आज हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी को तुलसी की माला अर्पित ।
डिसक्लेमर: इस पंचांग की जानकारी विभिन्न ज्योतिषीय गणनाओं और पारंपरिक पंचांग स्रोतों के आधार पर प्रस्तुत की गई है। मुहूर्त, तिथि, नक्षत्र, योग एवं अन्य विवरण स्थान विशेष के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। किसी विशेष कार्य, पूजन, व्रत या निर्णय हेतु अपने स्थानीय विद्वान पंडित या ज्योतिषाचार्य की सलाह अवश्य लें। प्रस्तुत जानकारी केवल सामान्य मार्गदर्शन हेतु है, इसका अंतिम निर्णय आपके विवेक और परामर्श पर निर्भर करता है।