हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में मानसून की मार थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटों में हुई मूसलधार बारिश ने एक बार फिर तबाही मचाई है। लवांडी ब्रीज़ के पास हुए भूस्खलन ने जहां दो लोगों की जान ले ली, वहीं 20 से अधिक वाहन मलबे में दब गए हैं। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और सड़कों की हालत बेहद खराब हो चुकी है। राज्य की जीवन रेखा माने जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग अब खतरनाक बनते जा रहे हैं।
मंडी: (HD News); मंडी जिले के लवांडी ब्रीज़ क्षेत्र में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। दो व्यक्तियों की मलबे की चपेट में आने से मृत्यु हो गई है जबकि कई अन्य लोगों के घायल होने की भी आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया है, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पुलिस नियंत्रण कक्ष मंडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग-154 (मंडी-जोगिंद्रनगर) पूरी तरह से बाधित है। इसके अलावा एनएच-21 (मंडी-कुल्लू) के प्रमुख हिस्से – 4 मील, 9 मील (पंडोह के पास), और डवाड़ा (औट के पास) भी भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को त्वरित कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि बारिश थमने के बाद ही मलबा हटाने और रास्ता खोलने का कार्य किया जा सकेगा। स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में कुदरत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। लगातार हो रही बारिश ने न केवल जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि जान-माल का भारी नुकसान भी पहुंचाया है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी हैं, परंतु बारिश की रफ्तार ने हर कोशिश को चुनौती दी है। ऐसे हालात में ज़रूरी है कि लोग प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।