शिमला : (HD News); हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रदेश सहित पूरे देशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी का पर्व केवल धार्मिक महत्व का ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी विशेष महत्व रखता है।
पठानिया ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन त्याग, धर्म और सत्य के लिए संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने गीता के उपदेशों के माध्यम से पूरे विश्व को यह संदेश दिया कि धर्म की स्थापना और अन्याय के अंत के लिए सदैव सजग रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी का पर्व श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरे भारतवर्ष में बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों में भव्य सजावट, झांकियाँ, कीर्तन, भजन-संध्या और दही-हांडी जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
पठानिया ने कहा कि यह पर्व एकता, भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक है। श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में करुणा, मित्रता, कर्तव्यनिष्ठा और प्रेम का जो आदर्श स्थापित किया, वह आज भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।
विधान सभा अध्यक्ष ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे जन्माष्टमी के पावन अवसर पर श्रीकृष्ण के आदर्शों और गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाएँ, ताकि समाज में सद्भाव, नैतिकता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। इस मौके पर उन्होंने सभी प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और मंगलमय जीवन की मंगलकामना की।