हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। किन्नौर और चंबा में हुए दर्दनाक हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल और लापता हैं। नालागढ़, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर और ऊना में भी भूस्खलन और भारी बारिश से मकानों, सड़कों व गोशालाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। प्रदेशभर में सैकड़ों सड़कें बंद हैं, बिजली और पानी की योजनाएं ठप हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
शिमला, 17 अगस्त 2025 (HD News): हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेशभर में तीन अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल और लापता हैं। वहीं, सैकड़ों सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं ठप पड़ने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किन्नौर: जन्माष्टमी मनाने जा रहे दिल्ली के युवक-युवती भूस्खलन की चपेट में -
किन्नौर जिले के प्रसिद्ध युला कंडा श्रीकृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी पर्व मनाने जा रहे दिल्ली के प्रशील बागमारे (27) और रश्मि राम (25) की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को बरामद कर परिजनों को सूचना दी है।

चंबा: दो सड़क हादसों में तीन की मौत, एक लापता
भारी बारिश और धुंध के चलते चंबा जिले में दो दर्दनाक सड़क हादसे हुए। भरमौर-पठानकोट हाईवे पर दुर्गेठी के समीप मणिमहेश यात्रा पर आ रहे पंजाब के श्रद्धालुओं की कार रावी नदी में गिर गई। हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि एक अभी भी लापता है।
दूसरा हादसा सुल्तानपुर-जोत मार्ग पर हुआ, जहां कार खाई में गिर गई और चालक की मौके पर मौत हो गई। दोनों हादसों में दो लोग घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज मेडिकल कॉलेज चंबा में चल रहा है।
मंडी-सोलन: फोरलेन और पुलिस लाइन पर भूस्खलन का असर
भारी बारिश और भूस्खलन के चलते किरतपुर-मनाली फोरलेन सात जगहों पर अवरुद्ध हो गया, जिससे यातायात करीब सात घंटे प्रभावित रहा। नौ मील क्षेत्र में भारी बारिश से 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन का टावर भी धराशायी हो गया, जिससे पंडोह, सराज और नाचन क्षेत्र में अंधेरा छा गया। सोलन पुलिस लाइन के समीप सर्विस लेन में दरारें पड़ गईं, वहीं नालागढ़ के पुरला गांव में जमीन धंसने से पांच घर खाली करवाने पड़े।
अन्य जिलों में नुकसान
हमीरपुर में तीन कच्चे घर और चार गोशालाएं क्षतिग्रस्त।
कांगड़ा में पौंग बांध से छोड़े गए पानी से भोगरवां में तीन मंजिला मकान क्षतिग्रस्त।
ऊना में दो मकान और चार गोशालाएं ढहीं, खेतों में पानी भरने से फसलें तबाह।
कुल मिलाकर शनिवार शाम तक 311 सड़कें, 348 बिजली ट्रांसफार्मर और 119 पेयजल योजनाएं प्रभावित रहीं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज 17 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी और शिमला के कुछ क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 18 अगस्त को केवल कांगड़ा और 19 अगस्त को कांगड़ा व मंडी में बारिश की संभावना जताई गई है। 22 अगस्त तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।
अब तक का मानसून का कहर
20 जून से 16 अगस्त तक मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश में 257 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 331 लोग घायल और 37 लापता हैं। इनमें 124 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं से अब तक 2, 726 घर व दुकानें, 2, 157 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं और 1, 625 पालतु पशुओं की मौत हो चुकी है। कुल मिलाकर प्रदेश को 2, 144 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।