हिमाचल प्रदेश के राजभवन में आज साहित्य का सुनहरा अध्याय जुड़ गया, जब राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रतिष्ठित काव्य संकलन ‘दायरों से परे’ का विमोचन किया। राजकीय महाविद्यालय आनी के प्राचार्य एवं प्रसिद्ध कवि डॉ. कुँवर दिनेश सिंह द्वारा सम्पादित यह संकलन 11 समकालीन हिन्दी कवियों की 67 कविताओं, ग़ज़लों और लघुकथाओं से सजा है, जो हिन्दी साहित्य की विविधता और गहराई का शानदार परिचय कराता है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला (HD News): हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में प्रतिष्ठित काव्य संकलन ‘दायरों से परे’ का विमोचन किया। यह काव्य संकलन राजकीय महाविद्यालय आनी के प्राचार्य एवं प्रसिद्ध कवि डॉ. कुँवर दिनेश सिंह द्वारा सम्पादित किया गया है।
इस संकलन में देश के 11 प्रतिष्ठित समकालीन हिन्दी कवियों की 67 कविताएं, ग़ज़लें और लघु कथाएं संकलित हैं। इनमें डॉ. गिरिराज शरण अग्रवाल, हरिराम समीप, गिरिश पंकज, रामेश्वर कंबोज हिमांशु, अशोक शाह, डॉ. शिवजी श्रीवास्तव, सुबोध नीरव, सुकेश साहनी, हरभगवान चावला, आनंद नीमा और स्वयं डॉ. कुँवर दिनेश सिंह की रचनाएं शामिल हैं।

संकलन में संस्कृति मंत्रालय के वरिष्ठ फैलो डॉ. लाल चंद गुप्ता ‘मंगल’ और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष द्वारा लिखी गई ज्ञानवर्धक प्रस्तावना भी शामिल की गई है, जो पुस्तक की गंभीरता और साहित्यिक मूल्य को और गहराई प्रदान करती है।
राज्यपाल ने विमोचन अवसर पर कहा कि इस प्रकार की साहित्यिक कृतियां समाज के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध करने का कार्य करती हैं। उन्होंने ‘दायरों से परे’ को युवाओं और पाठकों के लिए हिन्दी साहित्य की गहराई और विविधता को समझने का उत्कृष्ट प्रयास बताया।
डॉ. कुँवर दिनेश सिंह को हिमाचल प्रदेश साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। वे अब तक कविता, लघु कथा, हाइकू, समीक्षा और साहित्यिक आलोचना की 35 से अधिक पुस्तकों की रचना कर चुके हैं। उनके साहित्यिक कार्य देशभर के विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाते हैं और शोध का महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं।