मंडी की बारिश और भूस्खलन से दहशत भरे हालातों के बीच एक तस्वीर ने लोगों का दिल जीत लिया है। कीचड़ से लथपथ रास्ते, दलदल में फंसे जूते और फिर भी जिम्मेदारी निभाने का हौंसला… यह कहानी है DC मंडी अपूर्व देवगन की, जो नंगे पांव भूस्खलन स्थल तक पहुंचे ताकि राहत और बचाव कार्यों में देरी न हो। सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह तस्वीर न सिर्फ एक अधिकारी की जमीनी कार्यशैली को दर्शाती है, बल्कि जनता के भरोसे को भी और मजबूत करती है।
DC मंडी अपूर्व देवगन नंगे पांव भूस्खलन स्थल पर पहुंचे। समर्पण और जिम्मेदारी की उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल.. 
अधिकारी हो तो DC मंडी जैसा – जन-सेवा के लिए समर्पित
मंडी: (HD News); भारी बारिश के चलते मंडी जिले में पिछले कई दिनों से लगातार भूस्खलन और आपदा जैसी परिस्थितियां बनी हुई हैं। इसी बीच बीती रात निहरी तहसील में हुए भूस्खलन से सड़क बंद हो गई। सूचना मिलते ही जिला उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने सुबह बिना देरी किए मौके पर पहुंचने का फैसला लिया।
लेकिन रास्ता आसान नहीं था। जगह-जगह कीचड़ और दलदल इतना गहरा था कि चलते-चलते उनके जूते वहीं फंस गए। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और नंगे पांव ही घटनास्थल की ओर कदम बढ़ा दिए। उनका यह जज्बा और जमीनी स्तर पर काम करने की शैली लोगों के लिए प्रेरणा बन गई।
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है, जिसमें DC मंडी नंगे पांव कीचड़ भरे रास्ते से गुजरते दिखाई दे रहे हैं। लोग इसे देखकर उनकी कार्यशैली और समर्पण की जमकर सराहना कर रहे हैं।
आपदा प्रबंधन में मिसाल
पिछले कई दिनों से जिला मंडी में लगातार बारिश से हालात खराब हैं। कई जगह सड़कों के टूटने, भूस्खलन और मकानों को नुकसान पहुंचने की खबरें सामने आई हैं। इन हालातों में जहां अधिकांश अधिकारी अपने दफ्तर से ही निर्देश देते हैं, वहीं DC मंडी अपूर्व देवगन खुद मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा ले रहे हैं।
उनका यह कदम न सिर्फ प्रशासनिक कार्यों को तेज़ करता है, बल्कि लोगों के बीच यह भरोसा भी पैदा करता है कि आपदा की घड़ी में प्रशासन पूरी मजबूती के साथ उनके साथ खड़ा है।

जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया यूजर्स लिख रहे हैं कि “हमें गर्व है ऐसे अधिकारियों पर, जो अपनी कुर्सी से बढ़कर जनता की सेवा को प्राथमिकता देते हैं।” कई लोग कह रहे हैं कि यह तस्वीर आने वाले समय में प्रशासनिक जिम्मेदारी की मिसाल मानी जाएगी।
DC मंडी अपूर्व देवगन ने यह साबित कर दिया है कि असली नेतृत्व वही है, जो संकट की घड़ी में जनता के बीच खड़ा हो। नंगे पांव कीचड़ भरे रास्तों पर उनका यह सफर न सिर्फ मंडी जिले की जनता को भरोसा देता है, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश में प्रशासनिक कार्यशैली के लिए एक नई मिसाल भी कायम करता है।