हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह हिमलैंड स्थित एडवर्ड स्कूल के पास हुए भूस्खलन ने हालात को और गंभीर बना दिया। इस घटना के बाद न केवल शिमला की मुख्य सर्कुलर रोड बंद हो गई है बल्कि आसपास का इलाका भी खतरे की जद में आ गया है। प्रशासन ने सतर्कता दिखाते हुए एक निजी स्कूल को दो दिन के लिए बंद करने और एक भवन को खाली कराने का निर्णय लिया है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लगातार हो रही भारी बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। शुक्रवार सुबह हिमलैंड स्थित एडवर्ड स्कूल के पास हुए भयंकर भूस्खलन ने हालात को और गंभीर बना दिया। इस हादसे के चलते न केवल शहर की जीवनरेखा कही जाने वाली सर्कुलर रोड बंद हो गई, बल्कि आसपास का इलाका भी खतरे की जद में आ गया। प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए एक निजी स्कूल को दो दिनों के लिए बंद करने और पास के भवन को तत्काल खाली कराने का आदेश दिया।
भूस्खलन के बाद शिमला की सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण सड़क सर्कुलर रोड पूरी तरह से बाधित हो गई है। यहां रोज़ाना हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन अब मार्ग को सील कर दिया गया है। प्रशासन ने सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया है।

भवन को खतरा, तत्काल खाली कराया : मौके पर पहुंचे लोक निर्माण विभाग (PWD) डिवीजन नंबर-3 के एक्सईएन प्रवीण वर्मा ने बताया कि भूस्खलन की चपेट में आने से पास का एक निजी भवन खतरे की स्थिति में पहुंच गया। किसी भी संभावित हादसे को देखते हुए प्रशासन ने भवन को तुरंत खाली करा लिया। सुरक्षा कारणों से एडवर्ड स्कूल को भी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
PWD की टीम मौके पर मौजूद है और मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रशासन ने साफ किया है कि जब तक क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाता, तब तक यहां आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।
जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान संवेदनशील इलाकों में जाने से बचें और केवल सुरक्षित मार्गों का ही उपयोग करें। साथ ही, किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
लगातार बारिश से बढ़ रहा खतरा
शिमला और आसपास के क्षेत्रों में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे पहाड़ी ढलानों में नमी बढ़ने के कारण भूस्खलन की घटनाएं तेज़ हो गई हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में प्रदेश में और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
शिमला में हुआ यह भूस्खलन एक बार फिर राजधानी की नाजुक सड़क व्यवस्था और भवन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन सड़क बंद होने और भवन खाली कराने से आम लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। आने वाले दिनों में लगातार बारिश को देखते हुए लोगों को और अधिक सावधानी बरतने तथा प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सख्त जरूरत है। यह घटना बताती है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए शिमला को मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और दीर्घकालिक रणनीति की दरकार है।
📝 Disclaimer - इस समाचार में दी गई जानकारी स्थानीय प्रशासन, लोक निर्माण विभाग (PWD) और मौसम विभाग के उपलब्ध बयानों व आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है। हिमदर्शन डॉट कॉम किसी भी प्रकार की अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष हानि, असुविधा अथवा दुर्घटना के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों से अनुरोध है कि मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से जुड़े हालात में हमेशा प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।