हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में सोमवार को झाड़ियों से निकलकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में छह लोग घायल हो गए, जिनमें एक की आंख गंभीर रूप से जख्मी है। दीपावली के दिन घटी इस घटना ने पूरे हरोली उपमंडल के कर्मपुर गांव में दहशत फैला दी है। हमले के बाद ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए तेंदुए को घायल अवस्था में पकड़वाया, जिसे वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर पुनर्वास केंद्र भेज दिया। पढ़ें विस्तार..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के हरोली उपमंडल के कर्मपुर गांव में सोमवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब झाड़ियों से निकलकर अचानक एक तेंदुए ने खेतों में काम कर रहे लोगों पर हमला कर दिया। इस हमले में छह लोग घायल हो गए, जिनमें एक व्यक्ति की आंख गंभीर रूप से जख्मी है, जबकि दो अन्य को हल्की चोटें आई हैं। दीपावली के दिन हुई इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है।

खेतों में काम के दौरान अचानक हमला
यह घटना ऊना जिले के पालकवाह क्षेत्र के कर्मपुर गांव के पास खेतों में उस समय हुई, जब ग्रामीण अपनी दैनिक खेती के कार्य में व्यस्त थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेंदुआ खेतों के बीच घनी झाड़ियों में छिपा बैठा था। जैसे ही राहगीरों ने झाड़ियों से आवाज सुनी, वे सावधान हुए, तभी तेंदुआ अचानक बाहर निकल आया और लोगों पर टूट पड़ा।
ग्रामीणों ने दिखाई हिम्मत, घायल अवस्था में पकड़ा गया तेंदुआ
हमले में घायल हुए ग्रामीणों को पास के अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया गया है। वहीं, तेंदुए के हमले के बाद ग्रामीणों के एक समूह ने डंडों के सहारे उसका पीछा किया और उसे घायल कर दिया। बाद में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए को घायल अवस्था में पास के जंगल की झाड़ियों से पकड़ लिया। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यह तेंदुआ पिछले कुछ दिनों से खेतों के आसपास घूमता देखा जा रहा था। ग्रामीणों ने विभाग से मांग की है कि तेंदुए को आबादी से दूर किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए।

भय के साए में दीपावली, मवेशियों को बाड़ों में बंद किया
दीपावली के दिन गांव में फैले डर के माहौल के चलते लोगों ने अपने मवेशियों को बाड़ों में बंद रखा और बच्चों को घरों से बाहर निकलने से रोक दिया। भाजपा नेता राम कुमार ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना, जबकि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
सर्दी बढ़ते ही मैदानी इलाकों की ओर उतरते हैं जंगली जानवर
वन विभाग के डीएफओ सुशील राणा ने बताया कि सर्दियों की शुरुआत के साथ ही जंगली जानवर पहाड़ी क्षेत्रों से नीचे मैदानी इलाकों की ओर आने लगते हैं। भोजन और शिकार की तलाश में वे कभी-कभी रिहायशी क्षेत्रों में भी पहुंच जाते हैं, जिससे इंसानों और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा - “तेंदुआ या कोई भी जंगली जानवर दिखने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करें, खुद उससे भिड़ने की कोशिश न करें।”

इलाके में दहशत, सुरक्षा की मांग तेज
इस घटना के बाद पूरे कर्मपुर और पालकवाह क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाए और तेंदुए को सुरक्षित रूप से दूरस्थ जंगलों में छोड़ा जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
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