धनतेरस के शुभ अवसर पर शिमला के बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। सुबह से ही शहर के लोअर बाजार, माल रोड और सब्जी मंडी में खरीददारों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर दुकान सज-धज कर ग्राहकों का स्वागत कर रही है। बर्तन और आभूषण की दुकानों पर सबसे अधिक भीड़ देखने को मिल रही है, जबकि कारोबारी इस बार दो दिन के धनतेरस पर्व से बंपर बिक्री की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पढ़ें पूरी खबर

शिमला (HD News): धनतेरस का शुभ पर्व आते ही हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के बाजारों में खरीददारों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही शहर के लोअर बाजार, माल रोड, सब्जी मंडी और रामबाजार में रौनक देखते ही बन रही है। दोपहर तक हाल यह रहा कि लोअर बाजार में पैदल चलना तक मुश्किल हो गया।
शहर के बर्तन और आभूषण कारोबारियों की दुकानों में ग्राहकों की लंबी कतारें लगी रहीं। सबसे ज्यादा मांग कांसे और पीतल के बर्तनों की रही - थालियाँ, गिलास, चम्मच और कटोरी सेट हाथों-हाथ बिके। वहीं आभूषण कारोबारियों ने भी शुभ मुहूर्त में एडवांस बुकिंग करने वाले ग्राहकों को विशेष ऑफर दिए।

व्यापारियों ने बताया कि इस बार धनतेरस दो दिन मनाई जा रही है, जिससे बिक्री में और बढ़ोतरी की उम्मीद है। शनिवार सुबह 8 बजे से ही दुकानें खुल गईं और ग्राहकों की सुविधा के लिए अतिरिक्त सेल्समैन भी तैनात किए गए। शहर में बर्तनों की 20 से अधिक बड़ी दुकानें और करीब 50 आभूषण कारोबारी इस शुभ दिन पर बंपर बिक्री की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
महंगे सोने के बावजूद ज्वैलरी की खरीदारी में भी कमी नहीं दिखी। कई ज्वैलर्स ने धनतेरस के अवसर पर नई ज्वैलरी कलेक्शन लॉन्च की है और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए गिफ्ट ऑफर भी दिए जा रहे हैं। शादी और त्योहारों का मौसम होने के कारण खरीदारी का जोश अपने चरम पर है।

धनतेरस 2025 के शुभ मुहूर्त
इस वर्ष धनतेरस पर छह चौघड़िया का शुभ योग बन रहा है —
चल चौघड़िया: दोपहर 12:06 से 1:31 बजे तक
लाभ चौघड़िया: 1:31 से 2:57 बजे तक
अमृत चौघड़िया: 2:57 से 4:22 बजे तक
लाभ चौघड़िया: शाम 5:48 से 7:23 बजे तक
शुभ चौघड़िया: रात 8:58 से 10:33 बजे तक
चल चौघड़िया: रात 12:04 से 1:39 बजे तक
दीप प्रज्ज्वलन का शुभ मुहूर्त शाम 5:30 से 6:35 बजे तक रहेगा, जबकि पूजा का सर्वोत्तम समय रात 7:16 से 8:20 बजे तक माना गया है।

धनतेरस की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर दोपहर 12:20 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर दोपहर 1:52 बजे तक रहेगी। इस दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
धनतेरस पर शिमला के बाजारों में उमड़ी भीड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि पर्वों का जोश, परंपरा और विश्वास आज भी लोगों के दिलों में पहले जैसा ही गहराई से बसा है। रौनक, उत्साह और शुभता से सराबोर राजधानी का हर बाजार इस समय दीपावली की खुशियों में डूबा हुआ है। आज धनतेरस के शुभ अवसर पर बर्तन, ज्वैलरी और गिफ्ट आइटम्स की दुकानों में रौनक और खरीदारी की धूम ने पूरे शहर को दीपावली की खुशियों से सराबोर कर दिया।