शिमला जिले के रोहडू से सामने आया एक वीडियो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। सरकारी प्राथमिक स्कूल गवाना की हेड टीचर और एक छात्र के बीच हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई अब विवाद का रूप ले चुकी है। वीडियो में टीचर छात्र को कांटेदार झाड़ी से मारते हुए नजर आ रही हैं, जिससे अभिभावकों और स्थानीय लोगों में नाराज़गी फैल गई है। हालांकि, यह भी संभव है कि छात्र से कोई गंभीर गलती हुई हो, जिसकी वजह से मामला इतना बढ़ा हो - लेकिन जिस तरीके से बच्चे के साथ व्यवहार किया गया, उसने शिक्षकों के आचरण पर सवाल खड़े कर दिए हैं।विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हेड टीचर रीना राठौर को निलंबित कर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। अब पूरी पड़ताल में ही सच्चाई सामने आएगी कि यह अनुशासन की सीमा थी या फिर शिक्षण मर्यादा का उल्लंघन।

शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने शिक्षा जगत को झकझोर कर रख दिया है। शिमला जिला के रोहडू ब्लॉक में सरकारी प्राथमिक स्कूल गवाना की हेड टीचर ने मासूम बच्चे को न केवल नंगा किया, बल्कि कांटेदार झाड़ी से बेरहमी से पीट डाला। बच्चे की चीखें भी महिला टीचर के दिल को नहीं पसीजा सकीं। पूरा वाकया कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विभाग में हड़कंप मच गया।

सूत्रों के अनुसार, यह मामला रोहडू ब्लॉक के गवाना गांव के प्राथमिक विद्यालय का है। वीडियो में स्कूल की हेड टीचर रीना राठौर बच्चे को नंगा करके झाड़ियों से मारती हुई नजर आ रही हैं। बच्चा दर्द से रोता रहा, मगर टीचर ने अपनी निर्दयता नहीं रोकी।
Viral Video : पहले डांटा, फिर पीटा — रोहडू स्कूल में बच्चे से दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल, विभाग ने हेड टीचर को किया सस्पेंड..
वीडियो वायरल होते ही स्थानीय लोगों और अभिभावकों में आक्रोश फैल गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई की है। डिप्टी डायरेक्टर ने रीना राठौर को निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय सराहन में निर्धारित किया है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि यह कृत्य केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 की धारा 3(1) के तहत गंभीर दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है। मामले की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
यह घटना सिर्फ एक बच्चे के प्रति अत्याचार नहीं, बल्कि उस शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न है, जो बच्चों को संवेदना और सुरक्षा देने का वादा करती है। मासूम पर ऐसी बर्बरता ने अभिभावकों और समाज दोनों को झकझोर दिया है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि शिक्षा विभाग दोषी टीचर के खिलाफ आगे और क्या - क्या सख्त कदम उठाता है।
