हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को माहौल उस समय गर्म हो गया, जब लंदन दौरे को लेकर महीनों से चल रही राजनीतिक बयानबाजी पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद सफाई दी। विपक्ष के आरोपों पर सीधे प्रहार करते हुए CM ने सदन के भीतर साफ-साफ कहा कि लंदन यात्रा का पूरा खर्च उन्होंने अपनी जेब से वहन किया है और सरकार का एक रुपया तक इस्तेमाल नहीं किया। सोशल मीडिया और भाजपा द्वारा फैलाए गए तमाम आरोपों के बीच सुक्खू के इस खुलासे ने सदन में नया राजनीतिक ताप पैदा कर दिया। पढ़ें पूरी खबर..
धर्मशाला: (HD News); तपोवन में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार का दिन खासा गर्म रहा। भाजपा विधायक विपिन परमार द्वारा उठाए गए लंदन दौरे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में पहली बार खुलकर जवाब दिया और विपक्ष पर गलत narrative फैलाने का आरोप लगाया।
सीएम सुक्खू ने साफ कहा—“मैं अपनी बेटी की एडमिशन के लिए लंदन गया था। चाय से लेकर रहना, खाना, होटल, फ्लाइट टिकट—हर खर्चा मेरी जेब से किया गया है। ऑनलाइन पेमेंट के पूरे रिकॉर्ड मौजूद हैं। मुझे विदेश यात्रा की जो सरकारी सुविधा मिलती है, उसका भी मैंने एक रुपया तक क्लेम नहीं किया। फिर भी सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया गया।”
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान प्रदेश को छोड़ने के सभी आरोप बेबुनियाद हैं और तथ्यहीन बयानबाजी से जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई।

धर्मशाला में भाजपा की रैली और आंतरिक कलह पर भी सीएम ने तीखी टिप्पणी की —
“जय राम बार-बार सदन में खड़े होते हैं, मगर उनके पीछे कोई खड़ा तक नहीं होता। भाजपा अभी पाँच गुटों में बंटी हुई है, तीन गुटों के तो पोस्टर भी लग चुके हैं। ऐसे में सरकार पर सवाल उठाने से पहले अपने घर की हालत देखें।”
सुक्खू यहीं नहीं रुके। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा—
“4500 बीघा जमीन में कितना भ्रष्टाचार हुआ, इसकी जवाबदेही भाजपा दे। पीएम द्वारा घोषित 1500 करोड़ की मदद अब तक क्यों नहीं मिली? केंद्र में बैठी भाजपा हिमाचल की वैधानिक मदद रोक रही है।”

सदन में माहौल तपा, विपक्ष पर पलटवार तेज
सीएम के बयान ने विधानसभा की कार्यवाही में नया ताप भर दिया। एक ओर भाजपा लगातार लंदन विवाद को उछाल रही थी, वहीं सुक्खू ने तथ्यों के साथ सफाई देकर विपक्ष को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।
सदन की पूरी बहस में यह स्पष्ट दिखा कि दोनों दल अब सत्र में आमने-सामने की टक्कर के मूड में हैं और आने वाले शर्दी के दिनों में राजनीतिक तापमान और बढ़ सकता है।
