ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हुई शिमला-शीलघाट बस, चालक की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 16 May 2025: इन पांच राशि वालों को मिल सकती है कोई अच्छी खबर, मिलेगा भाग्य का भरपूर साथ, पढ़ें आज का राशिफल..       चांदी के कड़ों के लिए माँ की चिता पर लेटा बेटा, बोला – "पहले बंटवारा, फिर संस्कार" : जानिए क्या है पूरा मामला..       शिमला में दिल दहला देने वाली वारदात: पत्नी की हत्या कर शव जलाने की कोशिश, आरोपी पति गिरफ्तार, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 15 मई 2025; गजकेसरी योग से लाभ पाएंगे वृषभ, मिथुन और वृश्चिक राशि के जातक, जानें अपना आज का भविष्यफल       अमर्यादित टिप्पणी करने वाले मंत्री पर चला न्याय का डंडा: जबलपुर हाईकोर्ट का बड़ा आदेश — तत्काल FIR दर्ज करो, वरना होगी अवमानना की कार्रवाई ! पढ़ें पूरी खबर..       वन्य प्राणी विंग शिमला से धर्मशाला शिफ्ट: नोटिफिकेशन जारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक समेत 28 कर्मचारियों का तबादला, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 14 मई 2025; मिथुन, कन्या और तुला सहित कई राशियों को शुभ योग से लाभ, जानें अपना आज का भविष्यफल       आज ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल: जब संकटमोचन ने पहली बार प्रभु राम के दर्शन किए, ज्येष्ठ में पहली बार हुआ था राम-हनुमान मिलन..       CBSE Results 2025 Out: सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट घोषित, 88.39 फीसदी बच्चे हुए पास, पढ़ें पूरी ख़बर..      

धर्म

बगलामुखी के इस मन्त्र के शुद्ध उच्चारण से शत्रु, भूत-प्रेत, जेल, मुकदमा या हो धन की समस्या, हर बाधा होगी दूर

February 17, 2020 09:08 AM

बगलामुखी के इस मन्त्र के शुद्ध उच्चारण से शत्रु, भूत-प्रेत, जेल, मुकदमा या हो धन की समस्या, हर बाधा होगी दूर

हर समस्या का समाधान हैं इस बीज मंत्र में

कई जगहों पर मां बगलामुखी के सर्व कामना पूर्ति बीज मंत्र को अशुद्ध रूप से लिखा पाया जाता है, और अगर कोई अशुद्ध मंत्र का उच्चारण या जप करता है तो उसे कोई बड़ी हानि भी हो सकती है । मंत्र के जानकार कहते है कि वहीं यदि इस मन्त्र का सही उच्चारण किया जाय तो मां बगलामुखी का यह बीज मंत्र साधक की समस्त मनोकानाओं की पूर्ति कर सकता हैं । आगे पढ़ें मां बगलामुखी का शुद्ध बीज मंत्र और उसके अद्भुत लाभ । इस मंत्र के शुद्ध और भावपूर्ण उच्चारण से शत्रु को शांत किया जा सकता है, मुकदमा भी जीत सकते है, आधिदैविक और आधिभौतिक समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है, बंधनों से मुक्ति मिल सकती है, जेसै कोई बेकसूर व्यक्ति जेल में है या जेल जाने के आसार हैं तो इस मंत्र की साधना से 100% बच सकता हैं । भूत प्रेत और जादू टोन की बाधा से रक्षा होती है, सारे डर खत्म हो जाते है । धन संबंधित समस्या दूर हो जाती हैं । इस साधना से कोई भी अपने व्यक्तित्व को प्रभावशाली बना सकता है । 

शुद्ध बगलामुखी बीज मंत्र

ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय । जिव्हां कीलय बुद्धिम विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।।

बगलामुखी मन्त्र के प्रारंभ में ह्री या ह्लीं दोनों में से किसी भी बीज का प्रयोग किया जा सकता है, ह्रीं तब लगायें जब आपका धन किसी शत्रु ने हड़प लिया है और ह्लीं का प्रयोग शत्रु को पूरी तरह से परास्त करने के लिए ही करें । इससे शत्रु को वश में करने की अद्भुत शक्ति मिलती है, लेकिन यह सब एक दो दिन में नहीं होगा बल्कि इसके लिए संकल्प लेकर कम से कम 40 दिन का विशेष अनुष्ठान करने का नियम हैं । बिना नियमों की जानकारी इस साधना को नहीं करना चाहिए । अन्यथा समस्या से छूटकारा नहीं सकेगा । माँ बगलामुखी अपने भक्त से श्रद्धा और विशवास चाहती हैं, यदि आपको पूरी श्रद्धा है और नियमों के साथ साधना करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी ।

 ऐसे करे शत्रु को परास्त

अगर कोई शत्रु अत्यंत शक्तिशाली हो तो ऐसी अवस्था में यदि मां बगलामुखी के इस मन्त्र को नीचे लिखे अनुसार शुद्धता पूर्वक उच्चारण कर जप किया जाए तो शत्रु से तुरंत सुरक्षा मिलती है । 

ॐ ह्लीं बगलामुखी अमुक (शत्रु का नाम लें ) दुष्टानाम वाचं मुखम पदम स्तम्भय स्तम्भय । जिव्हां कीलय कीलय बुद्धिम विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा ।।

 इस मन्त्र में अमुक शब्द के स्थान पर शत्रु का नाम लेकर कम से कम 11 सौ बार एक दिन में जप करें, ऐसा करने से मां बगुलामुखी साधक की रक्षा करेंगी एवं साधक का शत्रु या तो किसी मुसीबत में फंस जाएगा या फिर कोई भारी गलती करके स्वयं ही फंस जाएगा । 

सम्पुट युक्त बगलामुखी मन्त्र

सम्पुट मन्त्र की शक्ति को दोगुना करने के लिए किया जाता है, किसी भी मन्त्र की शक्ति को सम्पुट द्वारा बढ़ने के लिए साधक को पहले बिना सम्पुट से निश्चित संख्या में जप करना चाहिए, उसके बाद ही सम्पुट लगाया जा सकता है । मन्त्र के आदि में और अंत में बीज लगाने से मन्त्र सम्पुट युक्त हो जाता है ।

Have something to say? Post your comment

धर्म में और

गुरु अस्त 2023: नवरात्रि में अस्त हुए बृहस्पति, आइए जानते हैं कि अस्त गुरु किन राशियों को दे सकते नुकसान, पढ़ें विस्तार से..

भाई दूज - 2021: भाई को टीका करने का सबसे शुभ मुहूर्त और विधि, डेढ़ घंटे राहुकाल में न करें भाई का तिलक, देखें शुभ मुहूर्त

दीवाली 2021: लक्ष्मी पूजन से बरसेगा धन! नोट कर लें पूजन का शुभ मुहूर्त, जानें कब होगा प्रदोष काल ? पढ़े पूरी खबर..

यह हैं पितृदोष शांति के 11 उपाय, इसके बाद खुलेंगे तरक्की के रास्ते

जानिए छठ पूजा का शुभ महूर्त

सूर्य का राशि परिवर्तन चमका देगा इन 5 राशि वालों का भाग्य

आज है गोवर्धन पूजा, जानिए कैसे शुरू हुई यह परंपरा, ये है शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

धनतेरस 2020 : आज या कल कब मनाया जाएगा धनतेरस का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त व विधि

रविवार के दिन ये उपाय लाएंगे जीवन में खुशहाली

करवा चौथ: सोलह श्रृंगार से मिलता है करवा माता का आशीर्वाद