शिमला: स्नो फेस्टिवल के तहत लोसर पंचायत कयाटो गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर नायब तहसीलदार विद्या सिंह नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मुख्यातिथि ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की । इसके बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थानीय कलाकारों की ओर से पेश किया गया। स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि नायब सिंह नेगी ने कहा कि स्नो फेस्टिवल को त्यौहारों का त्यौहार की तरह मनाया जा रहा है।
इस त्यौहार में पारम्परिक पद्वति को आगे लेकर जाना है। हमारा उदेश्य अपनी संस्कृति को पर्यटन से जोड़ना है। ताकि लोगों की आर्थिकी मजबूत हो सके। लोगों की आय में वृद्वि हो सके। हमें अपनी संस्कृति से दूर नहीं भागना है । बल्कि इसका प्रचार प्रसार करके अपना रोजगार पैदा करना है। लाहुल स्पिति में बड़ी धूमधाम से इस फेस्टिवल को मनाया जा रहा है।
स्पिति में बड़ी पुरानी सभ्यता के साक्ष्य मिले है। हिमालय क्षेत्र की जनजातीय संस्कृति काफी समृद्व है। मुख्यातिथि ने सभी कलाकारों को बेहतर प्रस्तुति पेश करने पर सम्मानित किया। कार्यक्रम में बर्फ से मिटटी का घर छौरतेन, आइबेक्स, मुर्गो के अंडो की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहे।
कार्यक्रम में पांरम्परिक पत्थर के बर्तनों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। इन बर्तनों का इस्तेमाल आज भी लोग करते आ रहे है। पारम्परिक व्यंजनों की बड़ी प्रर्दशनी लगाई गई थी। कयाटो गांव में हस्तलिखित बौध ग्रंथ भी देखने को मिले। याक को भी सजा कर प्रदर्शित किया गया था। इस मौके पर की मोनेस्ट्री के मुख्य लामा छेरिंग दोरजे, स्नो फेस्टिवल कमेटी के सदस्य प्रेम चंद, नवांग, मुनसेलिंग स्कूल के प्रधानाचार्य छेरिंग बौध, ग्राम पंचायत लोसर रिचेंन डोलमा, बीडीसी सदस्य नमज्ञाल लामो, स्थानीय लोग मौजूद रहे।