हिमाचल : सरकारी डिपुओं में सप्लाई हो रहा मिलावटी आटा, गोदाम में फूड इंस्पेक्टर ने दी दबिश, मिला 90 क्विंटल मिलावटी आटा, आटे में मिली रेत, सावधान - मिलावटी आटे की बनी रोटियों से जा सकती है जान, घर पर ऐसे करें पहचान, पढ़े पूरी खबर..
बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की एक फ्लोर मिल से मिलावटी आटा सप्लाई हो रहा था। आटे में रेत की मिलावट की जा रही थी। सिविल सप्लाई के फूड इंस्पेक्टर ने मौके पर चपाती बनवाकर मिल के मालिक को खाने को कहा, तो उसने खाने से इनकार कर दिया। तब जाकर उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।
जांच के लिए आए फूड इंस्पेक्टर ने मौके पर बनवाई रोटी, मिल मालिक ने किया खाने से इनकार - सांकेतिक फ़ोटो - सोशल मीडिया
मिली जानकारी अनुसार सिविल सप्लाई विभाग घुमारवीं में बतौर इंस्पेक्टर तैनात विनोद कपिल ने बिलासपुर की एक फ्लोर मिल के गोदाम में बुधवार को दबिश दी तो वहां पर मिलावटी आटा मिला। जब जांच की तो उन्हें आटे में रेत मिला होने का अंदेशा हुआ। उन्होंने मौके पर ही मिलावटी आटे की चपाती बनवाई और मिल के मालिक को खाने के लिए कहा। मिल मालिक ने खाने से इनकार कर दिया। उसने माना की आटे में रेत की मिलावट की गई है।
बिलासपुर फ्लोर मिल से 90 क्विंटल आटे की सप्लाई एक ट्रक में सिविल सप्लाई घुमारवीं के गोदाम में की गई थी। जैसे ही गाड़ी गोदाम में पहुंची सिविल सप्लाई के फूड इंस्पेक्टर विनोद कपिल मौके पर पहुंच गए। इस आटा की सरकारी डिपुओं में सप्लाई होनी थी।
सिविल सप्लाई के फूड इंस्पेक्टर विनोद कपिल ने मामले की पुष्टि की है। बताया कि काफी दिन से मिलावट की शिकायत आ रही थी। मौके पर चपाती बनवाकर टेस्ट किया तो इसमें रेत की मिलावट पाई गई। गाड़ी 90 क्विंटल आटे की सप्लाई लेकर आई थी। गाड़ी को वापस भेज दिया गया है। फिलहाल सप्लाई बंद रहेगी। बताते चलें कि इससे पहले भी आटा कम होने के चलते गाड़ी वापस भेज दी गई थी।
मिलावटी आटे की बनी रोटियों से जा सकती है जान, घर पर ऐसे करें पहचान -सांकेतिक फ़ोटो - सोशल मीडिया
आटे और मैदे में फाइबर, विटामिंस और न्यूट्रिएंट्स बहुत भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हमारे सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन मिलावटी आटे के इस्तेमाल से हमें ये फायदे नहीं मिल पाते और यह हमारे सेहत को जो नुकसान होता है वह अलग। मिलावटखोर गेहूं के आटे में अक्सर रेत, चाक पाउडर, बोरिक पाउडर, खड़िया मिट्टी और घटिया प्रकार मैदा मिलाते हैं।
सांकेतिक फ़ोटो - सोशल मीडिया
गेहूं के आटे को ज्यादा सफेद बनाने के लिए उसमें घटिया चावल का चूरा भी मिलाया जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें आजमाकर आप खुद परख सकते हैं कि आटा शुद्ध है या मिलावटी।
आटा गूंधते समय करें मिलावट की पहचान
शुद्ध आटे की पहचान उसको गूंधते और उसकी रोटी बनाते समय भी की जा सकती है। जब आप शुद्ध आटे को गूंधते हो तो वो बहुत नर्म होता है और उससे बनी रोटियां भी अच्छी तरह से फूलती है। मिलावटी आटे को गूंधने में असली आटे के बनिस्पत कम पानी की जरूरत होती है। मिलावटी आटे की रोटियां बेशक ज्यादा सफेद होती हैं, मगर उन में नेचुरल स्वीटनेस नहीं होती। आटा गूंथने में ज्यादा समय लगता है और बेलने पर रोटी नहीं फैलती, च्यूइंगम की तरह खिंचती हैं।
आटा/मैदा या सूजी में कुछ मिलावटखोर लोहे का बुरादा भी मिलाते हैं। इसे जांचने के लिए किसी कांच की प्लेट में थोड़ा सा आटा या मैदा लीजिए। इसपर एक चुम्बक घुमाइये। यदि आटा/मैदा शुद्ध होगा तो चुम्बक पर कुछ नहीं चिपकेगा, लेकिन यदि आटे में मिलावट की गई होगी तो लोहे का बुरादा चुम्बक पर नजर आएगा।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड से लगाएं मिलावट का पता
आटे में मिलावट को आप घर पर ही साइंटिफिक तरीके से भी चेक कर सकते हैं। हाइड्रोक्लोरिक एसिड आपको मेडिकल स्टोर में मिल जाएगा। आटे की मिलावट जांचने के लिए आप एक टेस्ट-ट्यूब लीजिए और उसमें थोड़ा-सा आटा डालें। फिर इसमें थोड़ा-सा हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालने पर अगर ट्यूब में कुछ छानने वाली चीज नजर आए तो समझ लें कि आटे में मिलावट की गई है।
पानी से जांचें मिलावट को
एक कांच के गिलास में आधा गिलास पानी भरें और इसमें एक चम्मच आटा डालें। यदि आटे में मिलावट की गई होगी तो उसमें मिलाई गई चीजें भूसी, रेशे और चोकर पानी की ऊपरी सतह पर तैरने लगेंगे। इसका अर्थ यह है कि आटे में मिलावट है।
नींबू का रस
नींबू के रस की मदद से भी मिलावटी आटे की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए आप एक बड़ा चम्मच आटा लेकर उसमें नींबू के रस की कुछ बूंदे डालें। अगर आटे में बुलबुले बने या हल्की झाग की तरह दिखे तो आटे में चॉक पाउडर या खड़िया मिट्टी की मिलावट की गई है। क्योंकि चॉक पाउडर और खड़िया मिट्टी में कैल्शियम कार्बोनेट होता है जो नींबू के रस में मौजूद साइट्रिक एसिड से मिलने के बाद झाग छोड़ता है, जिसके कारण बुलबुले बनते हैं।
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