हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेज नाहन में पॉजिटिव आया युवक चंद घंटों बाद निजी अस्पताल में अपनी जांच करवाता है तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव हो जाती है। दो अस्पतालों की अलग-अलग रिपोर्ट आने से जहां असमंजस पैदा हुआ, वहीं कोविड टेस्ट को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पताल में लिए गए सैंपल की पुन: जांच कराने की बात कही है। मेडिकल कॉलेज की लैब में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां इसके विशेषज्ञ भी हैं, जबकि निजी अस्पताल में भी टेस्ट की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
बाकायदा एमसीआई ने भी मान्यता दी है। लिहाजा, सही रिपोर्ट कौन सी है, इस पर असमंजस है। दरअसल 30 मार्च को शिलाई इलाके का एक युवक मेडिकल कॉलेज नाहन आया था। उसे खांसी थी। मेडिकल कॉलेज में दाखिल होने के बाद उसे कोविड टेस्ट के लिए कहा गया। 31 मार्च को उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लेकिन, युवक संतुष्ट नहीं हुआ। क्योंकि 25 मार्च को शिलाई में ही करवाए टेस्ट में उसकी रिपोर्ट निगेटिव थी।
तसल्ली के लिए युवक ने एक निजी अस्पताल में भी टेस्ट करवाया। कुछ ही घंटों बाद इसकी रिपोर्ट आई तो वह निगेटिव निकली। इसके बाद युवक पुन: मेडिकल कॉलेज गया और रिपोर्ट पर सवाल उठाए। बताया जा रहा है कि इस दौरान वहां कुछ देर के लिए बहस भी हुई। मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक ने युवक से लिखकर लिया और उसे डिस्चार्ज कर दिया। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएल कौशिक के अनुसार युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसे पॉजिटिव ही माना जाएगा। उसे चिकित्सक ने होम आईसोलेशन में रहने को कहा है। सीएमओ डॉ. केके पराशर ने बताया कि मामला ध्यान में है। निजी अस्पताल प्रबंधन की ओर से लिए गए सैंपल की पुन: जांच की जाएगी। इसके आदेश दिए गए हैं।
न्यूज़ सोर्स : अमर उजाला