लाहौल-स्पीति: (काजा); मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला लाहौल-स्पीति स्थित आईस स्केटिंग रिंक काजा में नौवीं राष्ट्रीय महिला आईस हॉकी चैंपियनशिप-2022 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की आईस हॉकी प्रतियोगिता एवं विकास शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईस हॉकी विश्व के सबसे लोकप्रिय शीतकालीन खेलों में से एक हैं।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन युवा पीढ़ी में आईस हॉकी को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ क्षेत्र के पर्यटन विकास को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, लद्दाख, कश्मीर और अन्य हिमालयी राज्यों में यह खेल काफी प्रचलित है। उन्होंने कहा कि इस खेल के माध्यम से क्षेत्र के पर्यटन के विकास को नया आयाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस मेगा आयोजन में हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, लद्दाख, आइटीबीपी लद्दाख, चंडीगढ़ और दिल्ली की टीमें भाग ले रही हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में राज्य सरकार ने स्वर्ण जंयती खेल नीति-2021 को मंजूरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत का आरक्षण प्रदान किया जाएगा और खिलाड़ियों को मिलने वाली आहार राशि को दुगुना किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नई खेल नीति के तहत ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक या पैरा-ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करने पर तीन करोड़ रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। रजत पदक हासिल करने वाले खिलाड़ी को दो करोड़ रूपए और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को एक करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इन खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 15 लाख रूपए दिए जाएंगे और ओलंपिक, एशियन, कॉमनवेल्थ के पदक विजेताओं को पेंशन प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अर्जुन अवार्ड, ध्यानचंद अवार्ड और राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड धारकों को मासिक वेतन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लद्दाख वीमेन आईस हॉकी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान से युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने वर्ष-2019 में काजा में बेसिक आईस हॉकी का पहला दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया था। उन्होंने कहा कि स्पीति के अलावा मंडी और किन्नौर के बच्चें आईस हॉकी की बारीकियां सीखने आए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से काजा में हाई एल्टीटयूड स्पोर्टस सेन्टर बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा 27 लाख रुपये व्यय करके खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्केट बूट उपलब्ध करवाए गए हैं और प्रशासन द्वारा लिडांग, सगनाम, लोसर, ताबो और हिक्कमी में छोटे स्तर पर आईस रिंग तैयार किए गए हैं। उन्होंने स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अपनी एच्छिक निधि से 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने काजा में जन शिकायतें भी सुनी।
इस प्रतियोगिता का पहला मैच दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के मध्य खेला गया जिसमें दिल्ली ने चार-शून्य से जीत हासिल की। दूसरे मैच ने चंडीगढ़ ने तेलंगाना को एक-शून्य से हराया।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ राम लाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकर ने पिछले चार वर्षों के दौरान जनजातीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि जनजातीय बजट में पर्याप्त प्रावधान क्षेत्र के बुनियादी विकास पर विशेष दिया जा रहा है।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश आईस हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय डोगरा, महासचिव रजत मल्होत्रा, पांच प्रमुख गोम्पा के प्रमुख, टीएसी के सदस्य राजेंद्र बोध, उपाध्यक्ष तन्योत टाकपा भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश कुमार और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।