अगस्त 2022, बुधवार को गणेश चतुर्थी पर 300 साल बाद बने दुर्लभ संयोग में गणेश स्थापना की जाएगी। ऐसे दुर्लभ मौके के साथ-साथ गणेशोत्सव के 10 दिन भी बहुत शुभ रहने वाले हैं क्योंकि इस दौरान भी कई बहुत शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें ना केवल पूजा-पाठ करना, बल्कि खरीदारी करना और नए काम की शुरुआत करना भी बहुत शुभ रहता है।
गणेश चतुर्थी की पूजा हर साल भारत में बड़ी धूमधाम के साथ मनाई जाती है। हिंदुओं के लिए यह दिन बहुत खास होता है। धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए, तो इसी दिन भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था। यह पूजा हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (when is Ganesh Chaturthi in 2022) को मनाई जाती है।
कुछ पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन भगवान श्री गणेश को प्रथम पूजनीय भगवान का दर्जा भी मिला था। यह पूजा 10 दिनों तक मनाई जाती है। अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा का धूमधाम के साथ विसर्जन किया जाता है।
पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022 date in India) का पर्व हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार यह पर्व 31 अगस्त यानी आज मनाया जा रहा है। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन बप्पा की भक्ति पूर्वक आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन की विघ्न-बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं।
इस साल गणेश चतुर्थी की पूजा आज से प्रारंभ होने वाली है। चूंकि बुधवार भगवान गणेश को समर्पित है, इसलिए इस बार गणेश चतुर्थी की पूजा भक्तों के लिए बहुत खास होगा। 10 दिवसीय इस महोत्सव का शुभ मुहूर्त भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 30 अगस्त दोपहर से शुरू होकर आज दोपहर 03:30 पर समाप्त हो जाएगी। पंडितों के अनुसार इस बार बप्पा की मूर्ति की स्थापना का शुभ मुहूर्त आज दोपहर करीब 03:30 तक है। आपको बता दें कि गणेश विसर्जन के दिन से ही पितृ पक्ष की शुरुआत हो जाती है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। हिमदर्शन न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।)