अर्की नगर पंचायत प्रधान के खिलाफ उसके ही पार्षदों ने खोला मोर्चा, नगर पंचायत में मनमानी और तानाशाही का आरोप, 14 महीनों से सारे विकास कार्य ठप, पढ़ें पूरी ख़बर..
अर्की: (हिमदर्शन समाचार); नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष के खिलाफ उसके ही पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों का आरोप है कि नगर पंचायत अध्यक्ष (Nagar Panchayat President) की मनमानी और तानाशाही रवैये के चलते अर्की नगर पंचायत की जनता विकास कार्यों से महरूम हो रही है। नगर पंचायत में प्रधान पर आरोप लगें है कि उनकी कार्यशैली के कारण नगर पंचायत अर्की का विकास रुक गया है। ऐसे में 4 पार्षदों ने उपमंडलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर नगर पंचायत प्रधान को पद से हटाने की मांग की है।
अर्की नगर पंचायत में प्रधान की मनमानी और तानाशाही रवैये से परेशान लोग, 14 महीनों से विकास कार्य ठप : अनुज गुप्ता
नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार के पार्षद अनुज गुप्ता ने कहा कि अर्की के नगर पंचायत पार्षद और स्थानीय जनता प्रधान की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। उनको व्यवहार अन्य पार्षदों के साथ भी ठीक नहीं हैं। वह विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे है। इस कारण से स्थानीय लोगों की परेशानी 14 महीनों से बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में नगर पंचायत में विकास कार्यों में पूर्णतया ठप पड़ चुके है। इसलिए वर्तमान अध्यक्ष के खिलाफ सभी पार्षद अविश्वास प्रस्ताव की अर्जी दे रहें हैं।
नगर पंचायत पार्षद निर्मला देवी, रुचिका गुप्ता और पदम् देव कौशल ने कहा कि वार्ड के कामों को रोकने के आरोप के चलते उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को सहमति दी है। उन्होंने कहा कि जनता के हित के लिए मौजूदा प्रधान को पद से हटाना जरूरी है।
बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव की अर्जी सौंपने के बाद अब मौजूदा प्रधान की कुर्सी डगमगाने लगी है। क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव की अर्जी में कांग्रेस के 4 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं। इसके साथ ही अर्की नगर पंचायत में प्रधान पद को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।