शिमला: लोकसभा चुनावों के दौरान शिमला में अर्धसैनिक बलों के 400 जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां शिमला जिला को मिलेगी। प्रत्येक कंपनी में 100 से ज्यादा जवान होंगे। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूरे जिले में 400 से ज्यादा अर्धसैनिक बलों के जवानों का पहरा रहेगा। इसके अलावा पुलिस के जवान भी सुरक्षा में तैनात होंगे।
अर्धसैनिक बल के जवान पुलिस की ओर से तैयार फोर्स डिप्लायमेंट प्लान के हिसाब से संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहेंगे। शिमला पुलिस ने लोकसभा चुनावों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए फोर्स डिप्लायमेंट प्लान तैयार कर दिया है। अर्धसैनिक बल के जवान आ जाने के बाद प्लान के हिसाब से बल की तैनाती की जाएगी।
बताया जा रहा है कि 25 मई तक शिमला जिला को अर्धसैनिक बलों की 4 कंपनियां मिल जाएगी। इसके बाद जिला में लोकसभा चुनावों के लिए पहरा कड़ा हो जाएगा। 1 जनवरी को शिमला में शिमला संसदीय सीट के लिए मतदान होना है। ऐसे में मतदान से पहले पहले ही संवेदनशील और अतिसंवदेन शील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर लिया जाएगा, ताकि निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव प्रक्रिया संपन्न हो सके।
हिमाचल में लोकसभा चुनावों के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया जारी है। इसी के तहत शिमला संसदीय सीट के लिए भी शिमला जिला में नामांकन भरने की प्रक्रिया जारी है। 14 मई को नामांकन भरने की आखिरी तिथि है।
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनावी सरगर्मियां जोरो पर होंगी। सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए मतदान में उतरेंगे। ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी प्रकार के भ्रष्ट आचरण को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ साथ पुलिस के जवान फील्ड में तैनात रहेंगे।
लोकसभा चुनावों के लिए मतदान से पूर्व ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। मतदान के दिन यह मशीने मतदान केंद्रों में पहुंचेगी। मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद इन्हें फिर से स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा।
4 जून को मतगणना होनी है। ऐसे में स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्र के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस के जवान और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात रहेंगे, ताकि ईवीएम मशीनों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हो।