शिमला: (HD News); मंडी जिला के उपमंडल सरकाघाट की रखोह पंचायत के कलोट गांव में एक दंपित की कुएं में डूबकर मौत हो गई। जानकारी के अनुसार संजीव कुमार (45) पुत्र नानक चंद अपनी पत्नी नीलम कुमारी (40) और माता लीला देवी (75) के साथ घर से करीब 100 मीटर दूर 35 फुट गहरे कुएं से पानी भरने गया था। जब वह पानी भरने लगा तो अचानक उसका पांव फिसल गया और वह कुएं में डूब गया। काफी देर तक जब वह वापस नहीं लौटा तो उसकी पत्नी उसे देखने गई।
जब वह कुएं के अंदर गई तो देखा कि संजीव कुमार कुएं में डूब गया था। नीलम कुमारी उसे पानी से बाहर निकालने लगी तो उसका भी पांव फिसल गया और वह भी कुएं में डूब गई। जब वे दोनों वापस नहीं आए तो उनकी माता लीला देवी उन्हें देखने गई। जब वह कुएं के पास पहुंची तो देखा कि उसका बेटा और बहू दोनों कुएं में डूब गए थे। लीला देवी ने शोर मचाकर गांव वालों को इकट्ठा किया और उन्होंने दोनों को कुएं से बाहर निकाला।
इसके बाद पुलिस को घटना बारे सूचित किया। पुलिस सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर पहुंची तथा दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जानकारी के अनुसार संजीव कुमार वार्ड पंच और उसकी पत्नी नीलम कुमारी आशा वर्कर थी। डीएसपी संजीव गौतम ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घर में रह गया नौजवान बेटा और बूढ़ी मां
मृतक संजीव कुमार रखोह पंचायत का वार्ड पंच था और उसकी पत्नी नीलम कुमार आशा वर्कर थी। इनका एक 21 वर्षीय बेटा है, जो एम फार्मा की पढ़ाई कर रहा है। इसके अलावा घर पर 72 वर्षीय बुजुर्ग मां है। अब इस परिवार में सिर्फ बुजुर्ग मां और नौजवान बेटा ही शेष रह गए हैं। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। हर कोई इस घटना के बारे में सुनकर गमगीन है, क्योंकि किसी ने भी ये कभी नहीं सोचा था कि गांव में घर के पास जो कुआं पानी के रूप में जिंदगी की डोर को आगे बढ़ा रहा है, एक दिन वहीं कुआं मौत का कुआं बनकर जीवन की डोर को तोड़ देगा।
ग्रामीणों का कहना है कि कुआं बहुत गहरा है और पानी भी कम ही था। कुएं में आक्सीजन की कमी रहती है। एसएचओ सरकाघाट रजनीश ठाकुर ने बताया कि मौत के कारणों का पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा।