शिमला : पर्यटन राज्य हिमाचल प्रदेश को सुक्खू सरकार की नजर लग गई है। विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार हिमाचली हितों को निजी हाथों में सौंपकर जनता को गुमराह करने का काम कर रही है, जिसका अब न्यायपालिका के सार्वजनिक मंच पर खुलासा हो गया है।
पूर्व विस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की पर्यटन स्थिति खराब करने के लिए एचपीटीडीसी के चेयरमैन कैबिनेट रैंक को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। एचपीटीडीसी संघ ने प्रदेश की राजधानी शिमला में चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पद से हटाए जाने की जोर-शोर से मांग की है। ऐसे में अब सरकार को इस विषय में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी, जिसमें पर्यटन निगम के चेयरमैन पर लगे गंभीर आरोपों की सरकार को जांच करवानी होगी।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि पर्यटन निगम कर्मचारी संघ ने सीधे शब्दों में स्पष्ट कर दिया है कि निजी हाथों में सौंपने व हड़पने को लेकर साजिश के तहत ही गलत आंकड़ा हाईकोर्ट के समक्ष रखा गया है। ऐसे में सरकार को न्यायपालिका सहित प्रदेश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए। परमार ने होटलों को बंद होने के सीधे-सीधे कांग्रेस की प्रदेश सरकार की नाकामी बताया है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने जानबूझ कर कोर्ट में राज्य पर्यटन विकास निगम के होटलों को घाटे में दिखाया, जिसके कारण आज 18 होटलों पर ताला लगने जा रहा है।