हिमाचल सहित देशभर में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में याद किया जाता है। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के चारों साहिबजादों के सम्मान में वीर बाल दिवस को याद किया जाता है। गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों ने धर्म के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। जोरावर सिंह और फतेह सिंह की आज ही के दिन शहादत हुई थी। उन्हें सम्मानित करने के लिए हर साल इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में याद किया जाता है।कंडाघाट के विवेकानंद विद्या निकेतन स्कूल साधुपुल में भी आज वीर बाल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया । पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); कंडाघाट के विवेकानंद विद्या निकेतन स्कूल साधुपुल में गुरुवार को वीर बाल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजा अमरेंद्र के पुत्र युवराज रणीन्द्र ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ कर्म सिंह पूर्व सचिव भाषा एकादमी मुख्यातिथि व गणमान्य लोगो के कार्यक्रम में पहुचने पर स्कूल के चेयरमैन रवि मेहता की अगवाई में स्कूल स्टाफ द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मुख्यातिथि द्वारा स्कूल में आयोजित वीर बाल दिवस पर कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल के नन्हे बच्चो द्वारा वीर बाल दिवस पर प्रेरणामयी प्रस्तुतियां प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। वही कार्यक्रम के कार्यक्रम के मुख्यातिथि युवराज रणीन्द्र व स्कूल के चेयरमैन रवि मेहता ने वीर बाल दिवस क्यों मनाया जाता है पर प्रकाश डाला।

बता दे कि वीर बाल दिवस हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के दो छोटे साहिबजादों, जोरावर सिंह और फतेह सिंह को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
इन युवा साहिबजादों ने धर्म और मानवता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। इन्हीं के सम्मान और याद में वीर बाल दिवस मनाया जाता है। स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम के स्कूल के बच्चो के अभिभावक भी उपस्थित रहे।
