शिमला: (HD News); मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ. मनमोहन सिंह ने कल नई दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष के थे। भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में 7 दिन का राजकीय शोक रखने का फैसला किया है।
यह राजकीय शोक 26 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक रहेगा। इस अवधि में राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा और कोई आधिकारिक मनोरंजन का कार्यक्रम नहीं होगा। इस कारण शिमला में जारी विंटर कार्निवल को भी एक जनवरी तक रोक दिया गया है।

राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए आदेशों के अनुसार सरकारी कार्यालयों में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया है। यह अवकाश 27 और 28 दिसंबर को रहेगा। इस दौरान सरकारी दफ्तर और स्कूलों के अलावा बोर्ड और निगम के ऑफिस भी बंद रहेंगे। डेली वेजर कर्मचारियों के लिए ये दोनों दिन की छुट्टियां पेड हॉलीडे के रूप में मानी जाएंगी।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह एक महान तथा दूरदर्शी नेता थे, उनका देहावसान राष्ट्र के लिए एक महान क्षति है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की। उनकी नीतियों और कार्यक्रमों के फलस्वरूप देश ने विश्वभर में एक नई पहचान बनाई। सुक्खू ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान देश में आर्थिक उदारीकरण की नीतियां लागू की गई, जिससे विदेशी निवेश को बढ़ावा मिला।

उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई ऐतिहासिक निर्णय लिए, जिससे भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आए। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजग़ार गारन्टी अधिनियम (मनरेगा) लागू किया गया। यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को रोजग़ार प्रदान करने के लिए ऐतिहासिक कदम साबित हुई।
उनके कार्यकाल के दौरान सूचना का अधिकार अधिनियम पारित हुआ, जिससे सरकारी कामकाज प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हुई। उनके कार्यकाल में अनेक महत्वपूर्ण कानून लागू किए गए, जिससे राष्ट्र की प्रगति का मार्ग प्रशस्त हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को एक अर्थशास्त्री, राजनेता व प्रधानमंत्री के रूप में दी गई सेवाओं और योगदान के लिए डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा।
