किन्नौर: (HD News); जनजातीय जिला किन्नौर के दुर्गम क्षेत्र रकछम और छितकुल में चार दिन बाद बिजली बहाल हो पाई है। विद्युत आपूर्ति बहाल होते ही स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वहीं, भारी बारिश के कारण विद्युत बोर्ड को करीब दो लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है।
बीते शनिवार को सांगला-छितकुल सड़क पर बटसेरी के पास गोल्डेसो स्थान पर भूस्खलन और पहाड़ी दरकने के कारण विद्युत बोर्ड के तीन खंभे और एक किलोमीटर लंबी विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण रकछम और छितकुल में चार दिन से बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिससे स्कूली बच्चों और ग्रामीण परेशान थे।

हालांकि, रकछम और छितकुल के ग्रामीणों ने स्वयं भी मोर्चा संभाला और विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों के साथ बिजली को बहाल करने में जुटे रहे। रकछम पंचायत के पूर्व प्रधान जसवंत सिंह नेगी, पूर्व उपप्रधान विनोद नेगी, छितकुल पंचायत के पूर्व प्रधान मुकेश नेगी, पूर्व उपप्रधान अरविंद नेगी, नेहर लाल नेगी, तुलसी राम नेगी और धर्म सिंह नेगी ने बोर्ड और ग्रामीणों का आभार जताया है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग के बिना बिजली आपूर्ति बहाल करने में बोर्ड के कर्मचारियों को और अधिक समय लग सकता था। बहरहाल, बिजली आपूर्ति बहाल होने से स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
मंगलवार दोपहर करीब एक बजे विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई। भारी बारिश के कारण गिरे खंभे और विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने से बोर्ड को करीब दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है। - टाशी नेगी, एक्सईएन, विद्युत बोर्ड रिकांगपिओ
