हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध न्यूगल खड्ड आज एक त्रासदी का गवाह बन गई। थुरल क्षेत्र के एक गांव में नहाने गए एक बुजुर्ग और उसके दो मासूम पोते गहरे पानी में डूब गए, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब तीनों सामान्य दिनचर्या के तहत खड्ड की ओर गए थे, लेकिन लौटकर कभी नहीं आ सके।
कांगड़ा: (HD News); कांगड़ा जिला के थुरल क्षेत्र की ग्राम पंचायत मूंढी के गांव मैले में सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। न्यूगल खड्ड में नहाने गए 70 वर्षीय बुजुर्ग और उनके दो पोते, जिनकी उम्र क्रमशः 6 और 8 साल थी, की डूबने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ओम प्रकाश अपने दोनों पोतों के साथ यह कहकर घर से निकले थे कि वे पहले खड्ड में नहा कर आएंगे और बाद में भोजन करेंगे। लेकिन जब काफी देर तक तीनों वापस नहीं लौटे, तो ओम प्रकाश का बेटा उन्हें ढूंढते हुए खड्ड तक पहुंचा। वहां उसे किनारे पर कपड़े रखे मिले, लेकिन आसपास कोई नजर नहीं आया। आशंका होने पर उसने शोर मचाया, जिसके बाद गांववाले मौके पर पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू किया।

कुछ देर की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने तीनों के शव पानी से बाहर निकाले और तुरंत थुरल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इस हृदय विदारक घटना से पूरे गांव समेत आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है।
थुरल क्षेत्र में हुआ यह हृदयविदारक हादसा न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए गहरा आघात है। यह घटना एक बार फिर से हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि प्राकृतिक जलस्रोतों के पास सुरक्षा के क्या उपाय होने चाहिए, विशेषकर जब बच्चे और बुजुर्ग वहां जाते हैं। ओम प्रकाश और उनके मासूम पोतों की असामयिक मृत्यु ने पूरे क्षेत्र को शोकसंतप्त कर दिया है। प्रशासन और समाज दोनों की यह जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और जलस्रोतों के पास चेतावनी संकेतों व निगरानी की समुचित व्यवस्था की जाए।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और शोक संतप्त परिवार को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
