हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) का प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा केंद्र के नव नियुक्त निदेशक प्रो. कुलदीप अत्री से औपचारिक भेंट हेतु पहुंचा। इस भेंट का उद्देश्य उन्हें नए दायित्व की शुभकामनाएं देना और केंद्र से जुड़ी प्राथमिक समस्याओं से अवगत कराना था। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) का एक शिष्टमंडल दूरवर्ती शिक्षा केंद्र, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के नव नियुक्त निदेशक प्रो. कुलदीप अत्री से मिला। इस अवसर पर हपुटवा ने उन्हें पदभार ग्रहण करने पर पुष्पगुच्छ, पहाड़ी टोपी एवं मफलर भेंट कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

शिक्षक कल्याण संघ ने निदेशक को सौंपा सुझाव पत्र, कंप्यूटर, बैठने की सुविधा और संसाधनों की कमी को लेकर जताई चिंता, सकारात्मक सहयोग का दिया भरोसा
शिष्टमंडल ने निदेशक को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताई कि उनके नेतृत्व में केंद्र और अधिक प्रगति करेगा। हपुटवा ने इस दौरान निदेशक के समक्ष शिक्षकों की समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने बताया कि केंद्र में अभी तक सभी प्राध्यापकों के पास न तो कंप्यूटर हैं और न ही बैठने के लिए उचित स्थान, जिसे निदेशक को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करना चाहिए।

हपुटवा ने यह भी कहा कि दूरवर्ती शिक्षा केंद्र विश्वविद्यालय का सबसे मजबूत एवं प्रतिष्ठित केंद्र है, जिसकी पहचान पूरे भारत में है। यह विश्वविद्यालय का एक अभिन्न अंग है और इसे और सशक्त बनाने के लिए सभी शिक्षकों का पूर्ण सहयोग रहेगा।
इस अवसर पर दूरवर्ती शिक्षा केंद्र के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे। शिष्टमंडल में हपुटवा के महासचिव डॉ. अंकुश, उपाध्यक्ष डॉ. योगराज, कोषाध्यक्ष डॉ. राम लाल, डॉ. अनिल, डॉ. शशिकांत, डॉ. अशोक बंसल, डॉ. सुरेश, डॉ. दीपक, डॉ. मोनिका सूद, डॉ. पल्लवी, डॉ. रमेश (निदेशक IQAC), डॉ. धीरज रावत, डॉ. धर्मप्रकाश, डॉ. धर्म पाल, डॉ. मंगत राम, डॉ. रुचि मल्होत्रा, डॉ. आरती मंगलेश, डॉ. नीलम ठाकुर, डॉ. जोगिंदर सकलानी आदि गणमान्य सदस्य शामिल रहे।
हपुटवा के इस शिष्टमंडल की भेंटवार्ता न केवल नए निदेशक के स्वागत का प्रतीक बनी, बल्कि इससे दूरवर्ती शिक्षा केंद्र की आवश्यकताओं और चुनौतियों को सामने रखने का भी अवसर मिला। उम्मीद जताई गई कि प्रो. अत्री के नेतृत्व में केंद्र नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा और शिक्षक हितों की रक्षा के साथ-साथ शैक्षणिक गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जाएगा।
