हिमाचल प्रदेश के शांत और सुरम्य इलाकों में कभी-कभी ऐसे हादसे हो जाते हैं जो पूरे समाज को झकझोर कर रख देते हैं। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा शिमला जिले के कोटखाई उपमंडल के दरबार गांव में सामने आया, जहां एक बेटी को बचाने की कोशिश में मां ने भी अपनी जान गंवा दी। गिरी खड्ड के तेज बहाव ने एक ही परिवार से दो जिंदगियां छीन लीं, और पीछे रह गए सिर्फ आंसू और सन्नाटा।
कोटखाई (हिमाचल प्रदेश), 8 जून 2025; शिमला जिले के कोटखाई उपमंडल में रविवार को एक हृदयविदारक हादसे में मां-बेटी की जान चली गई। दरबार गांव की रहने वाली ममता शर्मा (28) कपड़े धोते समय गिरी खड्ड में फिसलकर गिर गईं। बेटी को डूबता देख मां कांता शर्मा (47) ने भी नदी में छलांग लगा दी, लेकिन वे भी तेज बहाव में बह गईं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना दोपहर करीब 3 बजे खनेटी खड्ड और गिरी खड्ड के संगम के पास हुई, जो पीड़ितों के घर से महज 100 मीटर की दूरी पर है। ममता शर्मा कोटखाई स्थित एचडीएफसी बैंक में कार्यरत थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त दोनों महिलाएं अकेली थीं।

परिजनों ने देर शाम तक जब ममता से संपर्क नहीं हो पाया, तो उनकी तलाश में बाहर निकले। गिरी खड्ड के पास पहुंचने पर परिजनों को एक शव बहता हुआ दिखाई दिया, जबकि दूसरा शव उसी स्थान पर मिला। तत्काल उन्हें कोटखाई स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस थाना कोटखाई के प्रभारी अंकुश ठाकुर ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है और मामले की जांच जारी है। यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।