शिमला (HD News): 21 जून को मनाए जा रहे 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन शिमला में अपने स्टाफ व छात्रों के साथ मिलकर योग किया। इस दौरान उन्होंने योग को जीवन में अपनाकर स्वस्थ जीवनशैली और नशे से दूर रहने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि योग भारत की प्राचीन ऋषि परंपरा द्वारा विश्व को दिया गया अमूल्य उपहार है। उन्होंने बताया कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं बल्कि मन और आत्मा के संतुलन का माध्यम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी, जिसके बाद से यह दिन पूरे विश्व में योग के प्रचार-प्रसार का प्रतीक बन गया है।
हिमाचल को बताया योग की भूमि
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से समृद्ध देवभूमि है, जिसे देवी पार्वती की तपोभूमि के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार देवी पार्वती ने योग साधना से भगवान शिव को प्राप्त किया, उसी तरह प्रदेश के लोगों को भी योग को अपनाकर नशे जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रहना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि यदि हिमाचल के युवा योग को अपनाएं और नशा छोड़ें, तो यह न केवल समाज के लिए बल्कि पर्यटन के दृष्टिकोण से भी एक सकारात्मक संदेश होगा। उन्होंने सभी को अपने जीवन में योग को नियमित रूप से शामिल करने की अपील की
गौरतलब है कि योग दिवस जैसे आयोजन प्रदेश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। जब स्वयं राज्यपाल जैसे शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति योग की महत्ता पर बल देते हैं, तो समाज में इसका गहरा असर पड़ता है। नशा मुक्त हिमाचल की दिशा में यह एक प्रेरणादायक कदम है।