हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून ने सामान्य तिथि से पहले ही दस्तक देकर सभी को चौंका दिया है। जैसे ही मानसून सक्रिय हुआ, राज्य के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बदले मौसम को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है और सभी जिलों में इमरजेंसी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। आने वाले दिनों में जनजीवन प्रभावित होने की आशंका के चलते, आम जनता और पर्यटकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष मानसून ने तय समय से पहले ही दस्तक दे दी है और अब यह पूरे राज्य में सक्रिय हो चुका है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने जानकारी दी है कि 27 जून तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके मद्देनज़र राज्य सरकार ने सभी जिलों में इमरजेंसी कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 25 जून से लेकर 28 जून तक प्रदेश में लगातार बारिश होने की संभावना है। विशेष रूप से 26 और 27 जून को कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, जबकि कुछ स्थानों पर बेहद भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, उनमें ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर शामिल हैं।

आज यानी 25 जून को भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। चंबा, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में कई जगहों पर तेज़ बारिश हो सकती है। वहीं कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की या छिटपुट बारिश की उम्मीद है। अगले 24 घंटों में बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है।
बारिश को देखते हुए प्रशासन और मौसम विभाग ने आम जनता, किसानों और पर्यटकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। किसानों से कहा गया है कि वे अपने फलदार बागानों को तेज़ हवाओं से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक जाल या सहारा लगाएं। आम लोगों और पर्यटकों को खराब मौसम वाले क्षेत्रों में यात्रा न करने की सलाह दी गई है। साथ ही, सभी को सुरक्षित स्थानों पर रहने और घरों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने का आग्रह किया गया है।
इसके अलावा, लोगों को नदी-नालों के पास जाने से सख्त मना किया गया है, क्योंकि तेज़ बारिश के कारण जलस्तर अचानक बढ़ सकता है, जिससे जान का खतरा हो सकता है। वाहन चालकों को बरसात के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने और सतर्क रहने की हिदायत दी गई है, क्योंकि बारिश में सड़कों पर फिसलन बढ़ जाती है।
मौसम के इस दौर में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। राज्य सरकार और मौसम विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर हम सभी खुद को और अपने परिजनों को सुरक्षित रख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश में समय से पहले सक्रिय हुआ मानसून एक ओर जहां राहत लेकर आया है, वहीं दूसरी ओर यह गंभीर चुनौतियों का संकेत भी दे रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए सभी नागरिकों, किसानों, पर्यटकों और वाहन चालकों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए हैं, लेकिन जन सहयोग के बिना किसी भी आपदा से पूरी तरह निपटना संभव नहीं है। ऐसे में ज़रूरी है कि सभी लोग मौसम संबंधी ताज़ा जानकारी पर नज़र रखें, सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक जोखिम लेने से बचें। सावधानी ही सुरक्षा की पहली शर्त है।
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