धर्मशाला | HD News Desk
हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में स्थित तपोवन में 30 जून और 1 जुलाई को राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ (सीपीए) सम्मेलन भारत क्षेत्र -॥ का भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह सम्मेलन हिमाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा क्योंकि पहली बार धर्मशाला इस तरह के उच्च स्तरीय संसदीय सम्मेलन की मेज़बानी करेगा। इस बात की जानकारी प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने दी। उन्होंने बताया कि भारत में सीपीए का पहला सम्मेलन वर्ष 1921 में शिमला में हुआ था तथा शताब्दी समारोह भी वर्ष 2021 में वहीं मनाया गया था। अब धर्मशाला इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए एक नया इतिहास रचने जा रहा है।
🔹 सम्मेलन में शामिल होंगे देशभर के प्रमुख नेता
सम्मेलन का उद्घाटन 30 जून को लोकसभा अध्यक्ष एवं राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ भारत के अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन देश के विभिन्न राज्यों से आए विधान सभा अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, सचिवों और अन्य प्रतिनिधियों की सहभागिता से सम्पन्न होगा।

🔸 देशभर से आएंगे विधान सभा अध्यक्ष व प्रतिनिधि
सम्मेलन में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक समेत कई राज्यों के विधान सभा अध्यक्ष और अन्य उच्चाधिकारी हिस्सा लेंगे। विशेष आमंत्रित अतिथियों में उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना, तेलंगाना विधान परिषद अध्यक्ष गुत्या सुकेन्द्र रेड्डी, तेलंगाना विधान सभा अध्यक्ष गदम प्रसाद कुमार और कर्नाटक विधान सभा अध्यक्ष यू.टी. खादिर फरीद शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, सभी राज्यों से विधान सभा उपाध्यक्ष, मुख्य सचेतक, उप-मुख्य सचेतक तथा विधायकगण भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। साथ ही राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी और लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह सहित संबंधित राज्यों के सचिव भी सम्मिलित होंगे।
🔻 समापन समारोह
सम्मेलन का समापन 1 जुलाई को दोपहर 3 बजे होगा, जिसमें हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मुख्य अतिथि होंगे। समापन समारोह में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, राज्यसभा उपसभापति हरिवंश तथा विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर की विशेष उपस्थिति रहेगी।
🔐 सुरक्षा व्यवस्था और मीडिया कवरेज
विधानसभा अध्यक्ष पठानियां ने बताया कि सम्मेलन की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। सभी आगंतुकों के ठहरने, भोजन, परिवहन और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई है। हिमाचल प्रदेश के सभी मंत्री, विधायक और सांसदों को भी विशेष आमंत्रण भेजा गया है। सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से कड़ी रहेगी और किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। केवल उन्हीं मीडिया प्रतिनिधियों को कवरेज की अनुमति दी जाएगी, जिन्हें विधान सभा सचिवालय द्वारा पास जारी किए गए हैं। मीडियाकर्मी केवल उद्घाटन और समापन सत्र की रिपोर्टिंग कर सकेंगे, जबकि अन्य सत्रों में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ सम्मेलन का आयोजन न केवल हिमाचल प्रदेश के लिए एक गौरवपूर्ण अवसर है, बल्कि यह भारत के संसदीय लोकतंत्र की मजबूती और विविधता का प्रतीक भी है। देशभर से आए प्रतिनिधियों के बीच संवाद और अनुभवों का आदान-प्रदान संसदीय प्रणाली को और अधिक सशक्त बनाएगा। तपोवन, धर्मशाला इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा, जो आने वाले वर्षों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकता है।